पूर्व बसपा विधायक का छलका दर्द, कहा-पैसा होता तो नहीं कटता टिकट, पार्टी छोड़ी

राम लौटन पटेल ने कहा कि बसपा में किसी की हिम्मत नहीं जो पार्टी सुप्रीमो मायावती से कुछ पूछ सके। एक वाकये का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि तिलकराम अहिरवार ने एक बार ऐसे ही मामले में उनसे बात की थी, तो उन्हें यहां से हटा कर बिहार भेज दिया गया। उनके निर्णय के बारे में पूछने और कुछ कहने का साहस किसी में नहीं हुआ।

Update: 2016-11-20 08:23 GMT

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी से नेताओं के आरोपों-प्रत्यारोपों के साथ इस्तीफों के बाद अब एक बार फिर एक बसपा प्रत्याशी का दर्द छलका है। उनका साफ कहना है कि यदि उनके पास पैसा होता तो उनका टिकट नहीं कटता। मीरजापुर के मड़िहान विधानसभा क्षेत्र से बसपा विधायक रहे इं. राम लौटन सिंह पटेल ने राजधानी के प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में यह आरोप लगाया।

साजिश में कटा टिकट

-पूर्व विधायक राम लौटन ने कहा कि उनका टिकट छात्र शक्ति कंस्ट्रक्शन के उमाशंकर सिंह ने कटवाया है। कांग्रेस के ललितेशपति वहां से सिटिंग एमएलए हैं। मड़िहान विधानसभा से वह कमजोर न हो सकें, इसलिए साजिश कर उनका टिकट कटवाया गया।

बसपा को कहा अलविदा

-राम लौटन ने कहा कि वह विधानसभा क्षेत्र के बूथों पर जाकर बसपा के पक्ष में एक मजबूत माहौल तैयार कर रहे थे।

-उन्होंने कहा कि अन्याय, अत्याचार और शोषण के विरूद्ध उन्होंने लंबा संघर्ष किया है।

-लेकिन उनके बलिदानों को नजरअंदाज कर पार्टी जुल्म ढाने वालों को टिकट से नवाजने लगी तो घुटन महसूस होने लगी इसलिए साथियों समेत बसपा को अलविदा कह रहे हैं।

नहीं पूछ सकते मायावती से सवाल

-राम लौटन पटेल ने कहा कि बसपा में किसी की हिम्मत नहीं जो पार्टी सुप्रीमो मायावती से कुछ पूछ सके।

-एक वाकये का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि तिलकराम अहिरवार ने एक बार ऐसे ही मामले में उनसे बात की थी, तो उन्हें यहां से हटा कर बिहार भेज दिया गया। उनके निर्णय के बारे में पूछने और कुछ कहने का साहस किसी में नहीं हुआ।

पूरा यूपी मोदीमय हो रहा है

-राम लौटन ने कहा कि मोदी सरकार की आर्थिक सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पूरा यूपी मोदी मय हो रहा है।

-राम लौटन पटेल ने कहा कि मोदी सरकार के इस कदम का बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने भी समर्थन किया है। मुस्लिम समाज के लोग भी मोदी-मोदी कह रहे हैं।

कौन हैं इं. राम लौटन पटेल

-राम लौटन पटेल वर्ष 1993 में बारहवीं विधानसभा में बसपा के टिकट पर विधायक चुने गए थे।

-उन्होंने वर्ष 1997 में बहुजन समाज पार्टी के प्रांतीय महासचिव के पद पर भी कार्य किया है।

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