UP चुनाव: चौथे चरण में 12 जिलों की 53 सीटों पर कल होगी वोटिंग, 2012 में सपा ने जीती थी 28 सीटें
लखनऊ: यूपी में विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में 23 फरवरी को 53 सीटों पर होने वाले मतदान में सत्तारूढ समाजवादी पार्टी (सपा) पर अपनी साख बचाने की चुनौती होगी, तो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का प्रयास अपनी सीटों की संख्या बढाने पर होगी।
विधानसभा के पिछले चुनाव में सपा ने इन 53 सीटों में 28 सीटें जीती थीं। जबकि बीजेपी, कांग्रेस से भी पीछे 5 सीटों तक ही सिमट कर रह गई थी। कांग्रेस के खाते में 6 सीटें आई थीं। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को 15 सीटें मिली थीं।
इन जिलों में होने हैं वोटिंग
विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में कौशांबी, प्रतापगढ, इलाहाबाद, जालौन, झांसी, ललितपुर, महोबा, हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर और रायबरेली जिले की सीटों पर चुनाव होने हैं।
गांधी परिवार की साख का सवाल
गौरतलब है कि इनमें रायबरेली कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का संसदीय निर्वाचन क्षेत्र है। लेकिन वो किसी कारणवश प्रचार के लिए नहीं आई हैं। प्रियंका गांधी ने दो जनसभाओं को संबोधित किया है। लोगों की नजर रायबरेली की सभी सीटों पर रहेगी और इसका परिणाम ये भी बताएगा कि गांधी नेहरू परिवार की कितनी पकड़ अभी तक इस इलाके में है।
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सभी दलों ने झोंकी ताकत
जीत के लिए सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इलाहाबाद में प्रचार के अंतिम दिन सीएम अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने संयुक्त रूप से रोड शो किया, तो बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या के साथ रोड शो में हिस्सा लिया।
सबकी नजरें इलाहाबाद पश्चिम सीट पर
सभी की नजरें इलाहाबाद पश्चिम सीट पर लगी है। जहां से बीजेपी प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह को मैदान में उतारा गया है। राजनीतिक हलकों में इस बात की जोरदार चर्चा है कि यदि बीजेपी सरकार बनाने की हालत में आई तो सिद्धार्थ नाथ सिंह ही सीएम होंगे। सिंह देश के पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के पौत्र हैं। इन्हें पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह की पसंद माना जा रहा है। सिंह का मुकाबला इलाहाबाद विश्वविधालय छात्र संघ की अध्यक्ष रिचा सिंह से है । कल के मतदान के लिए पोलिंग पार्टियां और सुरक्षा बल रवाना कर दिए गए हैं ।