मायावती बोलीं- केंद्र की सत्ता का दुरुपयोग कर BSP नेतृत्व को बदनाम करने का षड़यंत्र विफल रहा
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस ने केंद्र की सत्ता का दुरुपयोग कर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) नेतृत्व को बदनाम करने की कोशिश की, साथ ही उन्होंने बसपा के मूवमेंट को समाप्त करने के लिए भ्रष्टाचार का षड़यंत्र रचा। अंतत: न्याय की जीत हुई। इन दोनों दलों का षड़यंत्र विफल रहा।' ये बातें बसपा मुखिया मायावती ने सोमवार (13 फरवरी) को एक बयान में कही।
मायावती ने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी जब अपने भाषणों में बसपा पर भ्रष्टाचार के गलत आरोप का जिक्र करते हैं, यह उनकी पद की गरिमा के हिसाब से शोभा नहीं देता। पीएम को इतने निचले स्तर की राजनीति नहीं करनी चाहिए, यह देशहित में शुभ संकेत नहीं है।
बीजेपी-सपा-कांग्रेस ने विज्ञापन में बहाया पैसा
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि 'बीजेपी, सपा और कांग्रेस विज्ञापनों के जरिए सैकड़ों करोड़ रुपयों को पानी की तरह बहाकर जनता को कितना ही बरग़लाने की कोशिश करती रहें, पर जनता को सबसे पहले कानून द्वारा कानून का राज चाहिए। इसकी गारंटी सिर्फ बसपा नेतृत्व ही दे सकता है।'
कानून का राज, बीजेपी-सपा के वश की बात नहीं
बसपा प्रमुख ने कहा है कि सपा व केन्द्र शासित प्रदेश दिल्ली में बीजेपी कानून-व्यवस्था के मामले में विफल सरकारें हैं। कानून के राज की स्थापना इनके वश की बात नहीं है। प्रदेश ने बीजेपी का भी लगभग छह वर्षों में तीन मुख्यमंत्रियों का शासनकाल देखा है, पर ये सरकारें भी जनता के विश्वास पर खरी उतरने में बुरी तरह से विफल हुई हैं, जबकि इस मामले में बीएसपी की चार बार यहाँ रही सरकार पूरी तरह से जनता की परखी व आज़माई हुई है।