आयोग और डीजीपी का आदेश ठेंगे पर, एसएसपी मुरादाबाद ने रैंकर को बनाया थानेदार

यूं तो उत्तर प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू है। इस दौरान ट्रान्सफर पोस्टिंग पर आयोग ने रोक लगा रखी है। लेकिन मुरादाबाद के एसएसपी मनोज तिवारी मनमानी पर उतारू हैं। जिन्होंने आधा दर्जन कोतवाल/थानेदार बदल डाले हैं।

Update: 2017-03-02 14:28 GMT

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भले ही चुनाव आचार संहिता लगी है, लेकिन मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनोज तिवारी के लिए आयोग के सारे नियम कानून बेमानी हैं। निर्वाचन आयोग ने मनोज तिवारी को निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए एसएसपी बनाया था। लेकिन मनोज तिवारी आयोग के आदेशों को ही ठेंगा दिखा रहे हैं और ट्रांसफर पोस्टिंग का खेल खेल रहे हैं।

ठेंगे पर निर्देश

यूं तो उत्तर प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू है। इस दौरान ट्रान्सफर पोस्टिंग पर आयोग ने रोक लगा रखी है। लेकिन मुरादाबाद के एसएसपी मनोज तिवारी मनमानी पर उतारू हैं। जिन्होंने आधा दर्जन कोतवाल/थानेदार बदल डाले हैं। ख़ास बात ये भी है कि आयोग और डीजीपी के निर्देशों के विपरीत एसएसपी ने कोतवाल को हटा कर रैंकर दरोगा को थानेदार बना दिया है।

इंस्पेक्टर को हटा कर रैंकर को थानेदार बनाया

एसएसपी ने इंस्पेक्टर मझोला नवरत्न गौतम को लाइन हाज़िर किया और उनकी जगह उपनिरीक्षक (रैंकर 2007) वीरेश कुमार को एसओ मझोला पोस्ट कर दिया। फिर मझोला से हटाए गए नवरत्न गुप्ता को 15 दिन के अन्दर ही इंस्पेक्टर बिलारी बना दिया। एसएसपी ने ऐसा तब किया जब पूर्व में ही डीजीपी ने किसी थानेदार को हटाने के बाद 3 माह तक चार्ज नहीं देने के लिए निर्देश जारी किये हुए हैं।

कुछ इसी तरह एसएसपी ने इन्स्पेक्टर मैनाठेर अंशुमाली भारती को हटा कर उपनिरीक्षक (रैंकर 2007) बैच ओंकार सिंह को एसओ मैनाठेर बना दिया है। आयोग कोतवालियों पर कोतवाल ही नियुक्त करने का निर्देश दे चुका है। इंस्पेक्टर गलशहीद रामवीर सिंह को हटा कर उपनिरीक्षक केशव कुमार तिवारी को एसओ गलशाहीद बना दिया है।

कुछ इसी तरह इंस्पेक्टर कोतवाली यशपाल सिंह यादव को हटा कर सतीश यादव को इंस्पेक्टर कोतवाली बना दिया है। एसओ भगतपुर सिराजुद्दीन को भी लाइन का रास्ता दिखा दिया है। उनकी जगह जगत नारायण पांडेय को नया थानाध्यक्ष नियुक्त किया है।

अजब ग़ज़ब का खेल किया एसएसपी ने

चुनाव आयोग ने जिस एसएसपी को निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए तैनात किया था, उस अफसर ने ज़िले में तैनाती मिलते ही ट्रान्सफर पोस्टिंग का खेल शुरू कर दिया। मज़ेदार बात ये है कि एसएसपी ने जिस थानेदार को दिन में हटाया उसे रात में फिर उसी थाने पर तैनाती दे दी।

एसएसपी ने बुधवार को एसओ मझोला वीरेश कुमार को पहले हटाया और फिर जा जाने किन वजहों से फिर उसी थाने पर थानाध्यक्ष नियुक्त कर दिया। कुछ ऐसा ही इंस्पेक्टर सिविल लाइन डीके शर्मा के साथ भी हुआ, जब दिन में वो हटाये गए और रात में ही फिर उसी कोतवाली पर उन्हें पोस्टिंग मिल गई।

आयोग ने कोतवालियों पर इंस्पेक्टर तैनात करने को कहा था

आयोग के निर्देश पर एसएसपी मुरादाबाद बने मनोज तिवारी आयोग के आदेशों को ठेंगा दिखा रहे हैं। यही वजह है कि आयोग के निर्देशों के विपरीत एसएसपी ने मझोला कोतवाली से इंस्पेक्टर हटा कर रैंकर दरोगा वीरेश कुमार को एसओ मझोला और इंस्पेक्टर मैनाठेर को हटा कर रैंकर दरोगा ओंकार सिंह को एसओ मैनाठेर बना दिया है।

डीआईजी बोले मामला जानकारी में नहीं

डीआईजी मुरादाबाद ओंकार सिंह कहते हैं कि नियमतः रैंकर दरोगा को पोस्ट करना गलत है। लेकिन आचार संहिता के चलते सब कुछ आयोग के हाथ में है, और जो भी पोस्टिंग हुई होगी वो आयोग से अनुमति लेकर ही की गई होगी।

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