बसपा के लिए खास है यह सीट, यहां से जीत कर दो बार मुख्यमंत्री बन चुकी हैं मायावती
आज जिस सीट को सहारनपुर देहात की सीट के नाम से जाना जाता है, 2007 तक उसे हरोड़ा विधानसभा सीट के नाम से जाना जाता था। 1996 में मायावती ने इसी सीट से चुनाव लड़ा और जीता था। तब वह पहली बार मुख्यमंत्री बनी थीं
सहारनपुर: जिस सीट से विधानसभा चुनाव लड़कर बसपा सुप्रीमो मायावती दो बाद प्रदेश की मुख्यमंत्री बन चुकी है, वह आरक्षित सीट अब सामान्य हो चुकी है। बदलते परिदृश्य में इस सीट पर समीकरण कुछ भी बनें, लेकिन कब्जा बसपा का ही चला आ रहा है। एक खास बात यह भी है, कि इस सीट से चुनाव जीतने और मुख्यमंत्री बनने के बाद मायावती अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाईं।
विशिष्ट है यह सीट
-सहारनपुर जिले की जिस सीट को आज सहारनपुर देहात की सीट के नाम से जाना जाता है, 2007 तक उसे हरोड़ा विधानसभा सीट के नाम से जाना जाता था।
-2012 विधानसभा चुनाव से पहले परिसीमन में इस सीट का नाम हरोड़ा से सहारनपुर देहात कर दिया गया था।
-इसके साथ ही अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित यह सीट सामान्य सीट में बदल गई थी।
-इस परिसीमन के बाद अब जिले में केवल रामपुर मनिहारान सीट ही अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रह गई है।
मुख्यमंत्री बनी थीं मायावती
-हरोडा यानी सहारनपुर देहात सीट को बसपा का अभेद्य किला माना जाता रहा है।
-बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस सीट से सबसे पहले 1996 में चुनाव लड़ा और जीता था।
-उस वक्त मायावती को 84,647 वोट मिले थे औॅर उनकी प्रतिद्वंद्वी सपा की बिमला राकेश को 57,229 वोट मिले थे।
-1996 में चुनाव जीतने के बाद सपा-बसपा गठबंधन के तहत मायावती मुख्यमंत्री बनी थीं।
-6-6 महीने के मुख्यमंत्री वाला यह गठबंधन पहली छमाही पूरी होने के बाद ही टूट गया था।
-1998 में इस सीट पर हुए उप चुनाव में जगपाल सिंह विजयी हुए। जगपाल ने बीजेपी के मोहर सिंह को पराजित किया था।
दोबारा मिला मुख्यमंत्री पद
-वर्ष 2002 में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा सुप्रीमो मायावती ने फिर से हरोड़ा सीट से चुनाव लड़ा।
-मायावती ने 70,800 वोट प्राप्त कर सपा की बिमला राकेश को फिर पराजित किया।
-बिमला राकेश को इस बार 41,899 वोट मिले थे।
-2002 विधानसभा चुनाव के बाद बसपा और भाजपा में गठबंधन हुआ और मायावती यूपी की मुख्यमंत्री बनी।
-मायावती ने करीब एक साल शासन करने के बाद भाजपा का साथ छोड़ दिया।
मायावती के लिए भाग्यशाली
-हरोड़ा यानी सहारनपुर देहात सीट को मायावती के लकी माना जाता है जहां से चुनाव लड़ कर मायावती दो बार मुख्यमंत्री बनीं।
-परिसीमन के बाद सामान्य सीट होने के बावजूद यहां बसपा का ही वर्चस्व रहा है और पार्टी के जगपाल सिंह लगातार जीत दर्ज करते आ रहे हैं।
सहारनपुर देहात सीट एक नजर में
पुरुष मतदाता 171464
महिला मतदाता 144982
थर्ड जेंडर मतदाता 10
कुल मतदाता 316456
मतदान केंद्रों की संख्या 176
मतदेय स्थलों की संख्या 300