मोर्चों तक पहुंच गया घरेलू घमासान, मुलायम के समधियों ने की सपा से बगावत
अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह के कट्टर समर्थक और समधी रामवीर सिंह का टिकट काट दिया है। रामवीर ने बगावत कर दी है और लोकदल से नामांकन कर रहे हैं
फ़िरोज़ाबाद: समाजवादी पार्टी में उठा तूफान अब सीधे मोर्चों तक जा पहुंचा है। यहां तक कि यह घमासान मुलायम सिंह यादव के घर समझे जाने वाले जसराना में भी छिड़ गया है। यहां अखिलेश यादव ने अपने पिता मुलायम सिंह के कट्टर समर्थक और समधी रामवीर सिंह का टिकट काट दिया है। रामवीर ने बगावत कर दी है और लोकदल से नामांकन कर रहे हैं। यहां 11 फरवरी को मतदान होना है।
दूर तक गई बगावत
-मुलायम सिंह के समधी और कट्टर समर्थक रामवीर सिंह ने सपा से टिकट कटने के बाद कहा कि पार्टी के साथ ही यादव वोट भी दो हिस्सों में बंट चुका है।
-उन्होंने रामगोपाल यादव पर टिकट कटवाए जाने समेत कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
-रामवीर सिंह ने कहा कि रामगोपाल यादव मुलायम समर्थक होने के कारण उनसे दुश्मनी रखते हैं।
-मुलायम सिंह यादव के एक और समधी राम प्रकाश यादव उर्फ़ नेहरू को भी अखिलेश यादव ने टिकट नहीं दिया है।
-नेहरू स्थानीय राजनीति में सक्रिय हैं और शिकोहाबाद नगर पालिका अध्यक्ष हैं।
-वह भी शिकोहाबाद विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में आ गए हैं।
-रामप्रकाश यादव उर्फ नेहरू मैनपुरी के सांसद तेजवीर सिंह उर्फ तेजू के नाना हैं और पुराने समाजवादी हैं।
आरोपों में रामगोपाल-अक्षय
-सपा जिलाध्यक्ष पद से हटाए गए अमोल यादव ने भी कहा है कि अगर उनके साथ कुछ अप्रिय होता है तो इसकी जिम्मेदारी रामगोपाल और अक्षय यादव पर होगी।
-अमोल यादव ने अपनी सुरक्षा हटाए जाने और कुछ लोगों को अपने पीछे लगाए जाने का भी आरोप लगाया।
-अमोल यादव समाजवादी पार्टी से विधायक रामवीर सिंह यादव के पुत्र हैं और मुलायम-शिवपाल समर्थक माने जाते हैं।
-हालांकि, अक्षय यादव ने इन आरोपों को टिकट कटने की खिसियाहट बताया और आरोपों को सिरे से नकार दिया।
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