सुलह की कोशिशें तेजः आजम खान से मिलने के बाद मुलायम ने रद्द की प्रेस कॉन्फ्रेंस
सपा में हो रही कलह पर सुलह की कोशिशें तेज हो गई हैं। शिवपाल यादव शुक्रवार को सीएम अखिलेश से मिलने उनके सरकारी आवास 5केडी पहुंच गए हैं।
लखनऊः सपा में हो रही कलह पर सुलह की कोशिशें तेज हो गई हैं। सपा में बैठकों का दौर गुरुवार रात से ही जारी है। शुक्रवार सुबह से कई बार सपा नेता मुलायम सिंह और सीएम अखिलेश से मुलाकात कर चुके हैं। इसी क्रम में आजम खान भी मुलायम सिंह के आवास पहुंचे। उनकी नेताजी से मुलाकात के बाद मुलायम की 4 बजे होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी गई है।
बता दें कि शुक्रवार को शिवपाल यादव सीएम अखिलेश से मिलने उनके आवास पहुंचे, लेकिन सीएम ने शिवपाल से मुलाकात नहीं की। इसके बाद शिवपाल यादव 5 केडी से मुलायम सिंह के आवास पहुंचे। वहां पर सपा नेता अमर सिंह भी मौजूद रहे। नेताजी से मुलाकात के बाद अमर सिंह और शिवपाल यादव एक ही गाड़ी से उनके आवास से निकल गए।
बताया जा रहा है कि शिवपाल और अमर सिंह सपा छोड़ने को तैयार हैं लेकिन मुलायम सिंह इस बात पर नहीं मान रहे हैं। अखिलेश ने अमर सिंह को परिवार में जारी विवाद की जड़ करार दिया था। सीएम ने अमर सिंह को पार्टी से निकालने को कहा था। इस पर बढ़ते विवाद को देखते हुए अमर सिंह ने नेता जी के सामने पार्टी छोड़ने का प्रस्ताव रखा है।
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चाचा-भतीजे के बीच मतभेद खत्म होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। सीएम अखिलेश से मिलने गए शिवपाल को खाली हाथ वापस आना पड़ा। बताया जा रहा है कि सीएम अखिलेश ने मुलायम सिंह से सिर्फ 3 महीने का समय मांगा है। सीएम ने कहा कि 3 महीने में चुनाव जीत कर नेताजी को पार्टी सौंप दूंगा। उसके बाद नेताजी जो भी फैसला करें, वही माना जाएगा।
सुनील सिंह साजन ने कहा कि टीवी पर खबर चल रही है कि अखिलेश जी राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद नहीं छोड़ना नहीं चाहते, इन ख़बरों से वह बहुत दुखी हैं। उन्हें पार्टी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया है, फिर छोड़ने या ना छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं है। शिवपाल जी पार्टी में हैं लेकिन उन्हें कोई पद नहीं दिया गया है। तो वहीं मंत्री कमाल अख्तर ने कहा कि ऊपर वाला सब ठीक कर देगा।
एमएलसी उदयवीर सिंह ने कहा- अखिलेश यादव राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद नहीं छोड़ेंगे। तीन दिन में उम्मीदवारों की फाइनल लिस्ट आ जाएगी।
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बताया जा रहा है कि सपा 2017 का चुनाव सीएम अखिलेश के नेतृत्व में लड़ेगी और अखिलेश को समाजवादी पार्टी की कमान भी सौंप दी जाएगी। ये परिवर्तन तब आया जब चुनाव आयोग ने मुलायम-अखिलेश से चुनाव चिन्ह साइकिल पर दावे को लेकर समर्थन एफिडेविट मांगा। चुनाव आयोग में साइकिल को फंसता देख मुलायम-शिवपाल बैकफुट पर आ गए और सीएम अखिलेश की शर्तों को मानने को तैयार हो गए।
बता दें कि सीएम अखिलेश ने 5 जनवरी गुरुवार को समर्थकों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में 220 विधायकों ने सीएम अखिलेश के पक्ष में एफिडेविट पर हस्ताक्षर किए।