तस्वीरों में देखें सपा का वार रूम, जानें पॉलीटिकल स्ट्रैटिजिस्ट कैसे करते हैं काम
जब दो देशों में लड़ाई होती है तो दोनों देश रणनीति के लिए वार रूम बनाते हैं जिसमें दुश्मन पर हमले और उनके हमले से बचने की रणनीति तय की जाती है। अब चुनाव भी किसी वार से कम नहीं होते। इस हाईटेक युग में अब राजनीतिक दल भी वार रूम बनाने लगे हैं। जिसमें नारे गढ़े जाते हैं। अन्य राजनीतिक दलों के नारों पर नजर रखी जाती है और उसके काट में नए-नए नारे गढ़े जाते हैं । समाजवादी पार्टी ने भी इस विधानसभा चुनाव में भी ऐसा ही एक वार रूम बनाया है।
लखनऊ : जब दो देशों में लड़ाई होती है तो दोनों में रणनीति के लिए वार रूम बनाते हैं जिसमें दुश्मन पर हमले और उनसे बचने की रणनीति तय की जाती है। अब चुनाव भी किसी वार से कम नहीं होते।
सपा ने बनाया वार रूम
समाजवादी पार्टी ने भी इस विधानसभा चुनाव में भी ऐसा ही एक वार रूम बनाया है। सपा के अब अध्यक्ष और सीएम अखिलेश यादव सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। युवा हैं इसलिए सोशल नेट वर्किंग साइट फेसबुक और माइक्रो ब्लागिंग साइट टिव्टर पर उनकी सक्रियता बनी रहती है। अपनी सरकार चलाने में भी उन्होंने फेसबुक और ट्विटर का काफी इस्तेमाल किया है ।
आइए चलते हैं सपा के वार रूम में...
विधानसभा चुनाव में सपा का वार रूम 24 घंटे काम कर रहा है । इसमें 100 से ज्यादा युवाओं की टीम लगी हुई है जो शिफ्ट में काम कर रही है। वार रूम में काम कर रहे लोग सीएम और पार्टी के अन्य महत्वपूर्ण नेताओं के भाषण और उनकी तस्वीरों को पार्टी के बने करीब 50 से ज्यादा ग्रुप में शेयर करते रहते हैं ।
ग्रुप भी कोई छोटे नहीं हैं । अखिलेश यादव के नाम से ही कई ग्रुप बने हैं। जैसे अखिलेशियन,फैंस आफ अखिलेश यादव, अखिलेश फार ओवर, समाजवादी पार्टी आनलाइन सेना, डिंपल यादव युवा मोर्चा आदि। इन सभी ग्रुप में एक एक लाख से ज्यादा समर्थक हैं । वार रूम में काम कर रहे युवाओं का काम भाषणों नारों और फोटोज को ग्रुप में शेयर करना है ।
इसके अलावा कुछ युवाओं को दूसरे दलों के नारों पर नजर रखने का काम सौंपा गया है । वो इस बारे में नेताओं से सलाह लेते और उनके अनुसार काम करते हैं । आप देखेंगे काम कर रहे युवाओं कर उंगलियां लैपटाप और कम्प्यूटर के की बोर्ड पर कितनी चतुराई और तेजी से चलती है ।
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