मुजफ्फरनगर दंगो की आग में रोटियां सेंकने का काम कर रहे प्रत्याशी

Update: 2017-02-08 05:25 GMT

शामली: सत्ता की कुर्सी पाने के चक्कर में प्रत्याशी एक के बाद एक विवादित बयान दे रहे है। मामला सदर सीट शामली विधान सभा 10 का है। जहां सपा के बागी और पूर्व मंत्री चौधरी वीरेन्द्र चौहान के बेटे और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष चौहान ने मंगलवार को मोहल्ला आजाद चोक पर हुई सभा में विपक्ष पार्टी पर तंज कसते हुए साल 2012 में हुए मुजफ्फरनगर दंगो पर विवादित बयान दिया है।

उन्होंने कहा कि सलाम करता हुं, तुम्हारी बेशर्मी को मुसलमान भूल गए क्या हुआ था 2012 में किस तरह पच्चीस से तीस मस्जिदे वीरान कर दी गई थी। किस तरह मुस्लिम समाज के लोगों के साथ बदसलूकी की गई थी। लेकिन लोग उन्हीं लोगों को फूल मालाएं डालकर अपने घरो में बैठा रहे है।

अखिलेश जी के कहने पर लड़ रहा हूं चुनाव

एक सभा के दौरान उन्होंने गांव में मस्जिद न बनने की बात पर कहा, चलो हमने तो अपने गांव में मस्जिद बनने नहीं दी, पर आपने तो बनी बनाई 35 से 50 मस्जिदे उजाड़ दी। जिमें अब कैसे- कैसे काम होते है शायद ही आप जानते हों। अगर ये चाहते तो किसी को खरोंच तक न आती। उन्होंने यह भी कहा कि मेरी इतनी औकात नहीं की में सपा कांग्रेस के गठबंधन के प्रत्याशी के सामने चुनाव लडू में चुनाव अखिलेश जी के कहने पर लड़ रहा हूं। इनसे पहले भी शामली के थानाभवन क्षेत्र से बीजेपी विधायक सुरेश राणा ने भी भड़काऊ बयान दिया था। जिसके बाद उन पर केस भी दर्ज हुआ था।

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