पीएम के संसदीय क्षेत्र में बीजेपी नेता की बगावत, पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान
वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में टिकट बंटवारे के बाद से उठी बगावत की आग को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बड़े- बड़े नेता बुझा न सके, और अब बगावत कर रहे नेता खुलकर सामने आ गए है। बीस सालों से पार्टी के वफादार और तेज तर्रार नेता सुजीत सिंह टीका ने बगावत का बिगुल फूंक दिया है। उन्होंने शहर उत्तरी विधानसभा से निर्दल चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। बीजेपी नेता मनीष सिंह के बाद सुजीत सिंह टीका ने भी खुलकर पार्टी नेताओं पर पैसा लेकर टिकट बांटने का आरोप लगाया।
उत्तरी के विधायक के खिलाफ लड़ने का ऐलान
सुजीत बीजेपी के किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री के पद पर है। वह उत्तरी विधानसभा से पिछले दो बार से टिकट मांग रहे थे। लेकिन पार्टी ने उन पर भरोषा नहीं जताया और वर्तमान विधायक रविन्द्र जायसवाल को ही दोबारा टिकट थमा दिया। सुजीत और विधायक रविन्द्र जायसवाल के बीच लंबे समय से जुबानी जंग चल रही है। सुजीत ने मीडिया से बात करके उत्तरी के विधायक रविंद्र जायसवाल के खिलाफ लड़ने का ऐलान कर किया है। वह 15 फरवरी को निर्दल प्रत्याशी के रूप में उत्तरी विधान सभा से पर्चा भरेंगे।
बीजेपी में महिलाओं को दिया जाता टिकट
इससे पहले महिला मोर्चा की मीना चौबे ने भी महिला की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए अपनी नराजगी को प्रेस कान्फ्रेंस करके जताया था। उन्होंने कहा कि बीजेपी पार्टी में महिलाओं को टिकट नहीं दिया गया। दूसरी तरफ शहर दक्षिणी विधानसभा में पिछले सात बार से विधायक रहे श्यामदेव राय की नराजगी भी बीजेपी पर भारी पड़ सकती है क्योंकि बीजेपी ने उन्हें इस बार टिकट न देकर अधिवक्ता नीलकंठ तिवारी को दे दिया। जिससे कार्यकर्ता और जनता बेहद आक्रोशित है।हालाकिं अभी श्यामदेव राय चौधरी खामोश है, उन्होंने अपना पत्ता नहीं खोला है, लेकिन उन्होंने ये तो ऐलान कर ही दिया कि वे पार्टी प्रत्याशी के लिए क्षेत्र में चुनाव प्रचार नहीं करेंगे।