Meerut News: हादसे के 36 घंटे बाद भी पसरा मातम, जानिए स्थानीय लोगों का बयान
Meerut News: रविवार को मेरठ में 10 लोगों की मौत के बाद से पूरे गाँव में मातम पसरा हुआ है।
Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ की घनी आबादी वाले इलाके जाकिर कॉलोनी में 36 घंटे बाद भी मातम पसरा हुआ है। कल यानी रविवार को 10 लोगों के शव पहुंचे। एक साथ इतने शवों को देखकर हर किसी का दुख से सीना फट पड़ा था। स्थानीय लोगों का कहना है कि कब्रिस्तान में पहली बार एक साथ इतने लोगों शव पहुंचे थे। जिन्हें देर शाम सुपुर्द ए खाक किया गया। इससे पहले शवों की अंतिम यात्रा निकाली गई। इस दौरान जनाजे में जन सैलाब उमड़ पड़ा। केवल जाकिर कॉलोनी ही नहीं यहां यह हादसा हुआ था, आसपास के इलाकों की दुकानें और बाजार बंद रहे।
तीन मंजिला इमारत गिरने से हुआ था हादसा
बता दें कि मेरठ में जाकिर कॉलोनी में तीन मंजिला मकान गिरने से एक ही परिवार के 10 लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए। पीड़ित परिवार के रिश्तेदारों ने बताया कि सभी घर में 15 लोग मौजूद थे। देर शाम को प्रदेश के ऊर्जा राज्य मंत्री एवं क्षेत्र के विधायक सोमेंद्र तोमर भी मृतकों के परिजनों से मिलने पहुंचे। राज्य मंत्री ने पीड़ित परिवार को हर संभव सरकारी मदद दिलाने का आश्वासन दिया है। हादसे में अपने पिता साजिद(40) , बहन सानिया (15), को खो चुकी 7 साल की रिया घटना के बाद से गुमसुम है। उसकी चुप्पी तब टूटती है जब मीडिया के लोग उसे घेर कर घटना को लेकर सवाल करते हैं। रिया जिसने अपने सामने अपना तीन मंजिला घर को गिरते हुए देखा था।
लोगों ने क्या दिया बयान
मीडिया के सवालों के जवाब में इतना कहकर ही रोने लगती है कि घटना के समय वह घर के बाहर खेल रही थी। घर के अंदर अम्मी- अब्बू और परिवार के बाकी लोग थे।। हादसे में जख्मी रिया की अम्मी शायमा अभी भी अस्पताल में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही है। साजिद के विकासपुरी निवासी रिश्तेदार हाफिज शाहरुख घटना के बारे में पूछने पर आसमान की तरफ देखने लगते हैं। मानो खुदा से पूछ रहे हों, है खुदा तूने यह क्या किया। वह कहते हैं, घटना के बाद उन्हें और बाकी रिश्तेदारों को यह समझ ही नहीं आ रहा था कि अपने घायल रिश्तेदारों को संभालें या सुपुर्द ए खाक का इंतजाम करें.''। वहीं पड़ोस के नसीम कहते हैं, अचानक से तेज धमाका हुआ धूल के गुब्बार उड़े और देखते देखते-तीन मंजिला इमारत मलबे में तब्दील हो गई। इलाके में अंधेरा छा गया।
हादसे में हुई 10 लोगों की मौत
बता दें कि जाकिर कॉलोनी में शनिवार शाम साढ़े चार बजे तीन मंजिला मकान गिरने से परिवार के दस लोगों की मौत हो गई। परिजनों को सांत्वना देने के लिए कल सुबह से ही लोग आने शुरू हो गए थे। हाफिज शाहरुख के अनुसार कल सुबह 11 बजे मेडिकल कॉलेज में शवों का पोस्टमार्टम शुरू हुआ। इसके बाद शव जाकिर कॉलोनी पहुंचने शुरू हुए। शाम करीब छह बजे नमाज-ए-जनाजा हुई। इसके बाद देर शाम बालिका समरीन को बेरी वाली मस्जिद के पास और अन्य नौ शवों को उसके सामने वाले कब्रिस्तान में दफनाया गया। परिवार के बाकी सदस्यों के सामने सिर छिपाने का ठिकाना भी नहीं बचा। पोस्टमार्टम के बाद शव भी रिश्तेदार के यहां ले जाए गए। परिवार के बाकी सदस्यों के सामने सिर छिपाने का ठिकाना भी नहीं बचा। पोस्टमार्टम के बाद शव भी रिश्तेदार के यहां ले जाए गए।
गर्भवती महिलाओं की हुई मौत
हादसे में सरकारी सूचना के अनुसार 10 लोगों की मौत हुई है। हालांकि, बताया जा रहा है कि हादसे में मारी गई नदीम की पत्नी फरहाना(27) सात माह की गर्भवती थी। मेरठ की जाकिर कॉलोनी में हुए हादसे में प्रशासन के मुताबिक 10 लोगों की मौत हुई। नफ्फो के पुत्र नदीम की पत्नी फरहाना सात माह की गर्भवती थी। फरहाना के साथ दुनिया में आने से पहले ही गर्भ में पल रहे बच्चे की भी हादसे में मौत हुई।