इस सप्ताह के अन्त तक 10,000 टेस्ट प्रतिदिन किये जाए: सीएम योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सभी जगहों पर पर्याप्त संख्या में थर्मल स्कैनर थर्मामीटर उपलब्ध कराये जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि करते हुए इसे इस सप्ताह के अन्त तक 10,000 टेस्ट प्रतिदिन किया जाए।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सभी जगहों पर पर्याप्त संख्या में थर्मल स्कैनर थर्मामीटर उपलब्ध कराये जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि करते हुए इसे इस सप्ताह के अन्त तक 10,000 टेस्ट प्रतिदिन किया जाए।
सभी वेन्टीलेटरों को क्रियाशील रखते हुए अधिक से अधिक चिकित्सा कर्मियों को वेन्टीलेटर संचालन की ट्रेनिंग दी जाए। स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकाॅल के अनुरूप इमरजेंसी मेडिकल सेवाओं का संचालन कराया जाए।
इसके लिए जरूरी है कि नर्सिंग होम व निजी अस्पतालों सहित सभी चिकित्सालयों में पीपीई किट, एन-95 मास्क तथा सेनिटाइजर की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे।
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मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में कहा कि क्वारंटीन सेन्टर स्थल में प्रवासी कामगारों के अच्छी तरह से रहने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध किए जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि क्वारंटीन सेन्टर में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था हो। प्रवासी श्रमिकों को शुद्ध एवं पर्याप्त मात्रा में भोजन उपलब्ध कराया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि श्रमिकों की सुरक्षित एवं सम्मानजनक ढंग से वापसी कराई जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी प्रवासी /श्रमिक पैदल, दोपहिया वाहन आदि किसी भी असुरक्षित साधन से यात्रा न करें।
इन्हें बस, ट्रेन जैसे सुरक्षित साधनों से पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि गृह जनपद में क्वारंटीन सेन्टर पर श्रमिक की थर्मल स्कैनिंग की जाए। कोरोना की दृष्टि से संदिग्ध प्रवासी कामगार एवं श्रमिक की पूल टेस्टिंग के माध्यम से मेडिकल जांच की जाए।
जो बिल्कुल स्वस्थ हों, उन्हें राशन किट उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटीन के लिए सुरक्षित घर पहुंचाया जाए। होम क्वारंटीन के दौरान उन्हें 1,000 रुपए का भरण-पोषण भत्ता भी उपलब्ध कराया जाए।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग मास्क कवर लगाकर ही बाहर निकलें। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान सप्लाई चेन के सुचारू संचालन से लोगों को आवश्यक सामग्री सुगमतापूर्वक प्राप्त हो रही हैं। सुनिश्चित किया जाए कि यह व्यवस्था इसी प्रकार प्रभावी ढंग से जारी रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इम्युनिटी को विकसित कर कोविड-19 से बचा जा सकता है। शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के उद्देश्य से ‘आरोग्य सेतु’ एप तथा प्रदेश सरकार ने ‘आयुष कवच-कोविड’ एप लाॅन्च किया है। इसका व्यापक प्रचार प्रसार करते हुए अधिक से अधिक लोगों को ‘आरोग्य सेतु’ तथा ‘आयुष कवच-कोविड’ एप डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी 75 जनपदों में सम्बन्धित जिलाधिकारी को सहयोग प्रदान करने के लिए नामित किए गए आईएएस अधिकारी तथा वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी द्वारा क्वारंटीन सेन्टर तथा कम्युनिटी किचन की साफ-सफाई एवं सुरक्षा प्रबन्धों का निरन्तर अनुश्रवण करते हुए व्यवस्थाओं को बेहतर बनाया जाए।
होम क्वारंटीन में रहने वाले श्रमिक की निगरानी के लिए निगरानी समितियों के सर्विलांस कार्य को सुदृढ़ किया जाए। मुख्यमंत्री हेल्पलाइन द्वारा अधिक से अधिक निगरानी समितियों से संवाद कर इनकी माॅनिटरिंग की जाए। बैठक में यह जानकारी दी गई कि सर्विलांस टीम द्वारा अब तक 3 करोड़ से अधिक लोगों को सर्वेक्षित किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनौती को अवसर में बदलने के लिए कठिन समय में सकारात्मक सोच के साथ प्रयास करने की आवश्यकता है। म0एस0एम0ई0 सेक्टर में रोजगार की असीम सम्भावनाएं हैं। रोजगार की दृष्टि से प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को इस सेक्टर से जोड़ने के लिए उनकी स्किल मैपिंग का कार्य निरन्तर जारी रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए अचार, पापड़ आदि की कम्युनिटी किचन में आपूर्ति की जाए। इससे समूहों के उत्पाद की सुनिश्चित बिक्री को प्रोत्साहन मिलेगा।
उन्होंने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए मास्क और अंगौछे आवश्यक हैं। वर्तमान समय में इनकी मांग भी अधिक है। इसके दृष्टिगत महिला स्वयं सहायता समूहों को मास्क तथा अंगौछा तैयार करने के कार्यों से जोड़ते हुए समूहों की आय में वृद्धि की जा सकती है।