Siddharthnagar News: हनुमान जन्मोत्सव पर लगा संतों का जमावड़ा, 1001 लोगों ने किया सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ

Siddharthnagar News: पूर्व विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि दिव्य भारत निर्माण यात्रा व दिव्य योगधाम स्थापना हेतु सनातन एकता कुम्भ का आयोजन किया गया जिसमें जनपद के प्रमुख 151 मंदिरों से मिट्टी के साथ कलश इकट्ठा हुआ हैं जो अयोध्या ले जाया जाएगा।

Update:2023-04-07 03:13 IST
collective hanuman chalisa in SiddharthNagar

Siddharthnagar News: सिद्धार्थनगर में हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर प्राचीन ऐतिहासिक धाम भारतभारी में धर्म रक्षा मंच के तत्वाधान में सनातन एकता महाकुंभ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ब्रह्मऋषि महेश योगी के नेतृत्व में भारी संख्या में संतो के साथ अयोध्या से हनुमान जी की झांकी बजरंगी चौक पर अमरगढ़ स्मृति वाटिका में अमरगढ़ शहीदों की ज्योति पर श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन किया। इसके बाद झांकी बैदौला, सोनहटी होकर भारतभारी पहुंची जहां स्थिति राम जानकी मन्दिर में पूजन अर्चन किया गया। कार्यक्रम का आरंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में 1001 लोगों ने सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठकर आरती किया। अयोध्या हनुमानगढ़ी से आए कलशों के साथ सभी कलशों का विधिवत पूजन किया गया।

पूर्व विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि दिव्य भारत निर्माण यात्रा व दिव्य योगधाम स्थापना हेतु सनातन एकता कुम्भ का आयोजन किया गया जिसमें जनपद के प्रमुख 151 मंदिरों से मिट्टी के साथ कलश इकट्ठा हुआ हैं जो अयोध्या ले जाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अखण्ड भारत में जन्मा हर व्यक्ति सनातनी हैं और सनातनी रहेगा। महेश योगी ने बताया कि भारत के चारों दिशाओं में दिव्य योग धाम की स्थापना का संकल्प लिया है। योग धाम की स्थापना हेतु श्री अयोध्या धाम से सात हजार किलोमीटर (7000 कि.मी.) की पदयात्रा करते हुए भारत के चारों दिशाओं में पूर्वी भारत मेघालय में (पिगाक्ष धाम), पश्चिमी भारत गुजरात में (रूद्र धाम), उत्तरी भारत जम्मू-कश्मीर में (हनुमत धाम) तथा दक्षिण भारत के केरल में (रामेष्ठ धाम) की स्थापना होगी।

योग धाम हनुमान जी के विग्रह की होगी स्थापना

योग धाम में मुख्य रूप से अष्ठ सिद्धियों के दाता, महायोगी श्री हनुमान जी महाराज की विग्रह स्थापित होगी तथा उनके सानिध्य में यह योग एवं विद्या का प्रमुख केंद्र होगा जहां भारत के भावी डीएनए पल्लवित हो सके और उनमें आध्यात्मिक, पौराणिक एवं सांस्कृतिक उन्नति के पथ पर योग, आयुर्वेद व अध्यात्म की अविरल गंगा प्रवाहित हो सके। इस योगपीठ के अंतर्गत लगभग 321 भारत के प्रणेता ऋषि मनीषियों की मूर्ति स्थापित होगी, जिन्होंने अपने योग, तप व अध्यात्म की कठोर साधना से संपूर्ण वसुंधरा का नेतृत्व कर भारत को विश्व गुरु के रूप में प्रतिष्ठित करने के साथ साथ अपने दिव्य अनुसंधानों से विश्व को आलोकित करते रहे। इन योगपीठ को संपूर्ण रुप से ऊर्जा युक्त बनाने हेतु 12 ज्योतिर्लिंग, 52 शक्तिपीठ व देश के प्रमुख धर्म स्थल तथा यशस्वी भारत के प्रणेता प्रमुख महान ऋषियों की जन्मभूमि व तपोभूमि की पवित्र मिट्टी कलश तथा ऋषि विग्रह इस योगपीठ में ऊर्जा पुंज के रूप में स्थापित करने हेतु संकल्पित हैं।

कार्यक्रम में ये रहे मौजूद

कार्यक्रम को राम मन्दिर के मुख्य पुजारी सतेन्द्र दास, रसिक पीठाधीश्वर जन्मेजय शरण महाराज, प्रो. डॉ. चित्रलेखा, डॉ. सतीश द्विवेदी, विधायक कपिलवस्तु श्यामधनी राही आदि ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम में अंत में प्रसाद वितरित किया गया। इस लवकुश ओझा, रमेश पाण्डेय, मधुसूदन अग्रहरि, दिलीप पाण्डेय उर्फ छोटे, लालजी शुक्ला, अशोक अग्रहरि, रमेश सोनी, राजीव कुमार, शत्रुहन सोनी, कमलेंद्र त्रिपाठी, चंदू चौधरी, विजय पाण्डेय, केके पाण्डेय सहित भारी संख्या में हिन्दू जनमानस उपस्थित रहे।

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