यूपी के इस गांव में फैली रहस्यमयी बीमारी: अब तक 12 की मौत, 400 से ज्यादा बीमार
कोरोना काल में यूपी के मैनपुरी जनपद के करीमगंज गांव के लोगों के लिए रहस्यमयी बीमारी आफत बनकर आई है। 23 दिन में 12 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। जबकि 400 से ज्यादा लोग अपना इलाज करा रहे हैं।
लखनऊ: कोरोना काल में यूपी के मैनपुरी जनपद के करीमगंज गांव के लोगों के लिए रहस्यमयी बीमारी आफत बनकर आई है। 23 दिन में 12 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। जबकि 400 से ज्यादा लोग अपना इलाज करा रहे हैं।
उनमें से कई लोगों की तबीयत ज्यादा खराब है। गांव के लोगों ने मौत का कारण रहस्यमयी बीमारी को बताया है।जांच करने पर कई लोगों में डेंगू पाया गया है। गांव के अंदर बीमार होने लोगों की तादाद दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है।
जिसको देखते हुए वहां के परिषदीय विद्यालय को अस्थाई अस्पताल में तब्दील किया गया है। यहीं पर दवा और अन्य जरूरी इंतजाम किये गये हैं।
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लखनऊ से आई डॉक्टरों की टीम ने गांव में डाला डेरा
लखनऊ से डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ की टीम गांव में अपना डेरा डाले हुए है। गांव के अंदर घर-घर जाकर मरीजों का हाल-चाल लिया जा रहा है। साथ ही उन्हें जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है।
ये गांव जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर की दूर पर बसा है। गांव की कुल आबादी 4000 है। गांव में बुखार के केस बढ़ने के बाद यहां के लोग डेंगू होने की बात कह रहे हैं।
पहले स्वास्थ्य विभाग, प्राइवेट पैथॉलॉजी की जांच को नकारता आ रहा था। अब स्वास्थ्य विभाग की जांच रिपोर्ट मं भी डेंगू की पुष्टि हुई है।
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54 नमूनों में से आठ में पाया गया डेंगू
उधर स्वास्थ्य भवन लखनऊ स्थित लैब भेजे गए 54 नमूनों में से आठ में डेंगू कन्फर्म हो गया है। तीन मरीजों में पहले भी डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। इन सभी की जांच सैफई मेडिकल कॉलेज में हुई थी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. एके पांडेय के मुताबिक आठ मरीजों की जांच रिपोर्ट में डेंगू कन्फर्म हो चुका है। सभी मरीजों को ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। उनकी हालत अब पहले से बेहतर है। डेंगू की पुष्टि होने वाले सभी मरीज खतरे से बाहर हैं।
वहीं करीमगंज में बुखार के बढ़ते मामलों को देखते शनिवार को लखनऊ से महामारी विशेषज्ञ डॉ. मुकेश प्रकाश और राज्य संक्रामक रोग अधिकारी डॉ. विपिन शुक्ला गांव में आए थे।
लगातार तीसरे दिन भी वे गांव में मरीजों का हाल चाल जानने और हालात का जायजा लेने में जुटे रहे। उन्होंने सोमवार को मरीजों के घर-घर जाकर उनके स्वास्थ्य के बारे में पता लगाने की कोशिश की।
साथ ही लोगों को डेंगू से बचाव के लिए जागरूक भी किया। उन्होंने लोगों से कहा कि गांव में अगर किसी को भी बुखार आता है तो तत्काल सूचित करें।
डॉक्टर घर -घर जाकर ले रहे मरीजों का हाल
लखनऊ से आई टीम ने भी गांव पहुंचकर मरीजों का हाल चाल लिया। गांव करीमगंज में हालात काबू में हैं। जिला मलेरिया अधिकारी एसएन सिंह के नेतृत्व में गांव पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम भी एंटी लार्वा व अन्य दवाओं का छिड़काव करती रही।
टीम ने लोगों को पानी जमा न होने देने, शुद्ध पानी पीने आदि के बारे में जागरूक किया। जिला मलेरिया अधिकारी ने कहा कि गांव में दवा के छिड़काव के साथ ही लोगों का उपचार किया जा रहा है। सोमवार को 27 लोगों के डेंगू जांच के लिए के लिए नमूने लिए गए।
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