RO/ARO Paper Leak: आरओ/एआरओ पेपर लीक मामले में 16 गिरफ्तार, अभ्यर्थियों सहित 14 और रडार पर

RO/ARO Paper Leak: एसटीएफ ने अब तक पेपर लीक मामले में 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। माना जा रहा है कि अभयर्थियों ने भी पेपर लीक करने में अहम भूमिका निभाई है।

Newstrack :  Network
Update: 2024-06-28 05:00 GMT

RO/ARO Paper Leak (Pic: Social Media)

RO/ARO Paper Leak: उप्र लोक सेवा आयोग की आरओ/एआरओ परीक्षा प्रश्नपत्र लीक के मामले में एसटीएफ की कार्रवाई तेज हो गई है। मामले में 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हाल में गिरफ्त में आए छह आरोपियों से पूछताछ के बाद एसटीएफ को मामले में अन्य लोगों के संलिप्त होने की जानकारी मिली। जांच में पता चला कि इस मामले में वाराणसी में तैनात एक सिपाही समेत 14 और लोग शामिल है। एसटीएफ की टीम अब इन सभी नामों की एक लिस्ट तैयार कर ली है। ये सभी एसटीएफ के रडार पर हैं।

अब तक 16 लोग गिरफ्तार

आरओ/एआरओ पेपर लीक के बाद अब तक एसटीएफ ने अपनी जांच के आधार पर 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें मास्टरमाइंड राजीव नयन भी शामिल है। हाल ही में एसटीएफ ने छह अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया था। इनके नाम सुनील रघुवंशी, सुभाष प्रकाश, संदीप पांडेय, विवेक उपाध्याय, अमरजीत शर्मा, और विशाल दुबे हैं। गिरफ्तार 16 आरोपियों में से 10 की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी थी। माना जा रहा है कि एसटीएफ जांच में 14 और नामों का खुलासा हुआ है। इनमें वो लोग शामिल हैं जो पेपर पढ़ने के अलावा इनको वायरल करने में अहम भूमिका निभाई है। एसटीएफ की टीम जांच के बाद इन्हें भी गिरफ्तार कर सकती है।

शिवानी की गिरफ्तारी की कोशिश तेज

एसटीएफ ने राजीव नयन मिश्रा को पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड माना है। हालांकि जांच में यह भी सामने आया है कि भोपाल के भरतनगर की रहने वाली शिवानी सिंह परीक्षार्थियों से लिए पैसों का हिसाब रखती थी। शिवानी को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। उसपर दबिश देने के लिए लखनऊ एसटीएफ के साथ साथ अब वाराणसी पुलिस भी जुट गई है। माना जा रहा है कि जल्द ही शिवानी पुलिस की गिरफ्त में होंगी।  शिवानी के साथ एक दूसरे आरोपी का नाम भी चर्चा में है। वाराणसी में तैनात सिपाही को पेपर लीक करने में दोषी माना जा रहा है। आशंका है कि सिपाही ने पेपर लीक करने में एहम भूमिका निभाई है।

अभ्यर्थियों पर भी लटकी तलवार

कहा यह भी जा रहा है कि लीक प्रकरण में अभ्यार्थियों ने भी अहम भूमिका निभाई है। तैयार किए गए नए नामों की लिस्ट में सबसे ज्यादा अभ्यर्थी ही हैं। इसके अलावा प्रश्नपत्र को बाह निकालने के लिए आरोपियों की मदन करने वालों से लेकर प्रश्नपत्र क वायरल करने वालों तक का ब्योरा बनाया गया है। जांच में पता चला कि ये लोग प्रयागराज, वाराणसी औ बिहार के अलग-अलग जगहों के रहने वाले हैं। सूत्रों के मुताबिक सभ के नंबर सर्विलांस पर हैं।

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