UP: यूपी बोर्ड परीक्षा में कैदियों ने भी लहराया परचम, 209 बंदियों ने दिया था एग्जाम

UP Board: यूपी बोर्ड एग्जाम में जेलों में बंद कैदियों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। साथ ही इस साल 209 कैदियों ने 10वीं और 12वीं की परीक्षा में शामिल हुए थे।

Report :  Aniket Gupta
Update:2024-04-21 21:23 IST

UP Board: बीते दिन यूपी बोर्ड ने 10वीं और 12वीं का परीक्षा परिणाम घोषित किया। बोर्ड के रिजल्ट में यूपी के जेलों में बंद कैदियों का भी उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा। इन परिणामों के माध्यम से कैदियों ने जीवन में एक नई उम्मीद की किरण जगाई है। प्रदेश की समस्त कारागारों में बंदियों को शिक्षित किये जाने हेतु शिक्षाध्यापक तैनात हैं उनके द्वारा बंदियों को शिक्षित किया जाता है। इसके अलावा मान्यता प्राप्त स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा जेल में बंद कैदियों को शिक्षित किए जाने का काम किया जा रहा है।

हाईस्कूल परीक्षा में 98 कैदी हुए थे शामिल

हाई स्कूल परीक्षा में पिछले साल कुल 60 बंदियों ने हिस्सेदारी ली थी। वहीं इस साल 98 कैदी परीक्षा में शामिल हुये, जिसमें 94 कैदियों ने परीक्षा पास कर ली। बता दें, इनमें 74 कैदियों ने प्रथम श्रेणी से परीक्षा पास किया। जिला कारागार बरेली एवं जिला कारागार लखनऊ के 2 कैदियों ने क्रमशः 89.83% एवं 89.3% अंक हासिल किये।

इंटर की परीक्षा में 111 कैदी हुए शामिल

पिछले साल इंटर की परीक्षा में कुल 52 कैदियों ने हिस्सा लिया था। वहीं इस साल 111 कैदी परीक्षा में शामिल हुए, जिसमें 90 कैदियों ने अच्छे अंक से परीक्षा पास किया। साथ ही 21 बंदियों ने प्रथम श्रेणी एवं 46 बंदियों ने द्वितीय श्रेणी में परीक्षा पास की। शाहजहांपुर जिला जेल एवं प्रतापगढ़ जिला जेल में बंद 2 कैदियों ने 75% एवं 72% अंक प्राप्त किए।

जेल में ही बनाए जाते हैं परीक्षा केन्द्र

उत्तर प्रदेश कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं ने शिक्षार्थियों को शिक्षा प्रदान करने के माध्यम से बंदियों को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के प्रयास किया है। जेलों में बंद निरक्षर बन्दियों को साक्षर करने के लिए ‘‘एक पढ़ाये एक’’ तथा ‘‘नया सवेरा’’ कार्यक्रम संचालित है। जेलों में बंद होने वाले सभी निरक्षर कैदियों को साक्षर किया जाता है। बंदियों के लिये संचालित शैक्षिक कार्यक्रमों के अन्तर्गत इच्छुक कैदियों के लिए प्राथमिक, बेसिक, माध्यमिक तथा उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रमों में पंजीकरण तथा परीक्षा देने के लिए जेल में ही परीक्षा केन्द्र बनाए जाते हैं। कक्षा-5 से 8 तक की परीक्षाओं के लिए सभी जेलों में माध्यमिक शिक्षा परिषद् उत्तर प्रदेश द्वारा संचालित हाईस्कूल तथा इण्टरमीडिएट की परीक्षा के लिए 8 जेलों तथा इन्दिरा गॉधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) द्वारा संचालित विभिन्न उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रमों हेतु 9 जेलों में परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे।

जेलों में बनाए गए हैं लाईब्रेरी

प्रदेश के तमाम जेलों में कैदियों के साक्षरता एंव शैक्षिक कार्यक्रम के संचालन के लिए पुस्तकालय बनाए गए हैं। पुस्तकालयों में दैनिक समाचार पत्र, पत्रिकायें, नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा की पुस्तकें, कहानी एवं कविता संग्रह आदि उपलब्ध की गई है। कैदियों द्वारा बेसिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रमों में हिस्सा लने पर पुस्तकों तथा लेखन सामग्री की व्यवस्था भी करायी जाती है।

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