झांसी: 291 ग्राम प्रधानों ने वर्चुअल तरीके से ली शपथ, 27 मई को मिलेंगे सभी अधिकार
26 मई को शेष रहे ग्राम प्रधानों को वर्चुअल शपथ दिलाई जाएगी। जिसके बाद उन्हें वित्तीय अधिकार मिल जायेंगे।
झाँसी: जनपद के 291 ग्राम प्रधानों को वर्चुअल तरीके से शपथ दिलाई गई। शपथ ग्रहण करते ही के आज से ग्राम प्रधानों ने गाँव की सत्ता संभाल ली। 26 मई को शेष रहे ग्राम प्रधानों को वर्चुअल शपथ दिलाई जाएगी। 27 मई को बैठक के बाद इन्हें वित्तीय अधिकार मिल जायेंगे।
कोरोना काल के चलते शपथ ग्रहण समारोह वर्चुअल तरीके से आयोजित किया गया। शपथ ग्रहण कार्यक्रम ग्राम पंचायत भवन सामुदायिक भवन, विद्यालय या सार्वजनिक स्थान पर किया गया। जिले के बंगरा व बामौर विकासखण्ड में तहसीलदार व खंड विकास अधिकारी व एडीओ तथा अन्य विकासखण्डों मे , वीडियो , एडीओ ने शपथ ग्रहण कराई। अन्य अधिकारी समारोह में ब्लॉक स्तर पर निगरानी करते रहे। आज बबीना विकासखंड में 37, बड़ागाँव में 21, चिरगांव में 33, मोंठ में 42, गुरसराँय में 45 मऊरानीपुर में 23, बामौर44 व बंगरा ब्लॉक 46 में ग्राम प्रधानों को शपथ दिलाई गई। बाकी ग्राम प्रधान 26 मई को शपथ लेंगे ।
शपथ ग्रहण के बाद 27 मई को ग्राम प्रधान ग्राम पंचायत की बैठक करेंगे। इसके बाद उनका कार्यकाल शुरू हो जाएगा ।कार्यकाल शुरू होते ही उन्हें वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकार मिल जाएंगे। ग्राम प्रधान को शपथ दिलाने के लिए ग्राम विकास अधिकारी नेट युक्त लैपटॉप लेकर शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहे। कार्यक्रम कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करते हुए किया गया। शपथ ग्रहण समारोह का खंड विकास अधिकारी निगरानी करते रहे। शपथ ग्रहण समारोह प्रात: 11:00 बजे से प्रारंभ हुआ। शपथ ग्रहण के बाद पहले से छपे हुए शपथ पत्र पर ग्राम प्रधानों से हस्ताक्षर कराए गए। शपथ ग्रहण समारोह में 2- 2 घंटे का टाइम स्लॉट आवंटित किया गया। ग्राम प्रधानों को शपथ ग्रहण के बाद शपथ पत्र हस्ताक्षर कराए गए। तथा पूरा नाम बा तारीख भी भरवाई गई।
हस्ताक्षर से किया इनकार तो देना होगा इस्तीफा
पंचायती राज विभाग द्वारा जारी किए गए दिशा निर्देश के अनुसार अगर कोई ग्राम प्रधान शपथ ग्रहण के बाद शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करने से इनकार करता है तो उसका स्वयं इस्तीफा मान लिया जाएगा। शपथ ग्रहण समारोह के लिए ब्लॉक स्तर पर कमांड सेंटर बनाए गए थे । तहसीलदार से लेकर खंड विकास अधिकारी निगरानी करते रहे ।शपथ ग्रहण समारोह के बाद पहली बैठक होगी और इसके बाद ग्राम प्रधानों को वित्तीय अधिकार मिल जाएंगे। कोरोना काल में शपथ ग्रहण न हो पाने के कारण प्रधान अधिकार विहीन थे ,जिसके चलते गांव में कोरोना के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में वह तेजी नहीं आ पा रही थी। जो आना चाहिए थी। अब धन की कमी आड़े नहीं आएगी ग्रामों में कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा सकेगी वहीं विकास कार्य शुरू हो सकेगी। मनरेगा जैसे महत्वपूर्ण कार्य ठप पड़े है। जिससे गांव के लोगों को रोजगार नहीं मिल पा रहा है।
कई दिनों से प्रधान वित्तीय अधिकार विहीन थे
जिले में पंचायत चुनाव के लिए 15 अप्रैल को मतदान हुआ था। 2 मई को ग्राम प्रधानों के चुनाव की मतगणना हुई थी । 3 मई को ग्राम प्रधानों को जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया था । शपथ ग्रहण समारोह नहीं होने से प्रधान वित्तीय अधिकार विहीन थे । जिसके कारण निर्वाचित होने के बाद भी कोरोना काल में सैनिटाइजेशन वा कोरोना से निपटने के लिए लोगों की मदद नहीं कर पा रहे थे। शपथ ग्रहण के बाद ग्राम प्रधान अपने अधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। चुनाव प्रचार के दौरान कोरोना संक्रमण से 3 ग्राम प्रधानों की मौत हो चुकी है चुनाव से पहले यह चुनाव जीत गए लेकिन जिंदगी हार गए जन प्रधानों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई है उनमें मोंठ ब्लॉक के इमिलिया बंगरा के देवरी सिंह पुरा, बड़ा गांव के कोलवा के ग्राम प्रधान शामिल है।