Hardoi News: 44 प्रतिशत शिशुओं को नहीं लग पाया हेपेटाइटिस-बी का टीका, स्वास्थ विभाग की लापरवाही हुई उजागर

Hardoi News: कहने को तो स्वास्थ्य महकमा अपनी सेवाओं के बड़े बड़े कसीदे पढ़ता है लेकिन धरातल पर स्थित कुछ और ही बयां करती है। सरकारी आंकड़ों की मान लें तो हरदोई में 44% प्रतिशत शिशुओं को स्वास्थ्य विभाग टिका लगाने में नाकामयाब हुआ है।

Report :  Pulkit Sharma
Update: 2023-03-10 10:00 GMT

Hardoi News: कहने को तो स्वास्थ्य महकमा अपनी सेवाओं के बड़े बड़े कसीदे पढ़ता है लेकिन धरातल पर स्थित कुछ और ही बयां करती है। सरकारी आंकड़ों की मान लें तो हरदोई में 44% प्रतिशत शिशुओं को स्वास्थ्य विभाग टिका लगाने में नाकामयाब हुआ है। ये आंकड़ा सरकारी है असल हकीकत इससे कही अधिक है। दरअसल, सरकारी अस्पताल में प्रसव के बाद नवजात शिशुओं को हेपेटाइटिस-बी सहित अन्य टीके नहीं लग पा रहे हैं।

शिशुओं के जन्म पर हैपेटाइटिस-बी का टीका लगाया जाता है। इसके डेढ़ माह में निमोनिया, रोटा वायरस और इनएक्टिवेट पोलियो वायरस का टीका लगाया जाता है।नियमित टीकाकरण अभियान के तहत केवल 55.67 प्रतिशत ही बच्चों तक ही हेपेटाइटिस-बी की खुराक पहुंच रही है, जबकि 44 फीसदी से अधिक नवजात टीके से वंचित हैं। जिसके चलते प्रसूताओं और उनके परिजनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

स्वास्थ्य विभाग की टीकाकरण रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वित्तीय वर्ष में 1 लाख 37 हजार 496 संस्थागत प्रसव हुए हैं। इनमें से 76 हजार 554 बच्चों को ही हैपेटाइटिस-बी बर्थ डोज दी गई है। ऐसे ही एक साल आयु वर्ग के 1 लाख 28 हजार 766 बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। इसमें फरवरी तक 87 हजार 848 बच्चों को क्षय रोग से बचाव के लिए बैसिलस कैलमेट-गुएरिन बीसीजी का टीका लगा है।

1, लाख 3 हजार 229 बच्चो को ओरल पोलियो वायरस वैक्सीन ओपीवी-वन, 1 लाख 2 हजार 317 बच्चों को पेंटावेलेंट-वन, 99 हजार 922 बच्चों को पेंटावेलेंट-टू और 99 हजार 608 बच्चों को पेंटावेलेंट-थ्री और 1 लाख 3 हजार 163 बच्चों को एमआर-वन और 1 लाख 1 हजार 420 बच्चों को जापानी इंसेफ्लाइटिस जेई-वन का टीका लगाया गया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि एक से दो साल आयु वर्ग के बच्चों में 96 हजार 348 बच्चों को जेई की द्वितीय डोज, 98 हजार 776 बच्चों को एमआर कली द्वितीय डोज, 99 हजार 39 बच्चों को डिप्थीरिया पर्टुसिस टेटनेस प्रथम बूस्टर डोज, 1 लाख 2 हजार 363 बच्चों को डीपीटी द्वितीय बूस्टर डोज दी गई है।

हेपेटाइटिस-बी की कमी से फैलती बीमारियां

हेपेटाइटिस बी का टीका न लगने से बच्चो को डार्क मूत्र, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द थकान व बुखार के अलावा भूख में कमी, पेट में दर्द, आंखों व त्वचा के सफेद हिस्से का पीला पड़ना जैसी गंभीर बीमारियों से जूझना पड़ सकता है।

इस मामले को लेकर सीएमओ डॉ. राजेश तिवारी ने बताया कि टीकाकरण प्रभारी के साथ ही सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारियों को टीकाकरण की स्थिति में सुधार लाने को कहा गया है। जल्द ही इसमें सुधार होने की उम्मीद है।

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