5 किलो निशुल्क चावल, 15 मई से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में

कोरोना की विषम परिस्थितियों को ध्यान में रखकर अब तक क़रीब 4.8 लाख नए राशन कार्ड बनाए गए ताकि मजदूर नरेगा श्रमिक तथा अन्य जरूरतमंद को राशन मिल सके। दिव्यांग एवं निशक्त जनों तथा हाट्स्पाट में कम्प्लीट लॉकडाउन की स्थिति में राशन की होम डिलीवरी की जा रही है।

Update: 2020-05-07 13:20 GMT

लखनऊ। खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा कोविड-19 महामारी की विषम परिस्थितियों में लॉकडाउन से प्रभावित श्रमिकों, दैनिक मजदूरों तथा अन्य राज्यों में प्रवासी उत्तर प्रदेश के निवासियों की विशेष सुविधा के लिए केन्द्र सरकार की वन नेशन वन कार्ड योजना के तहत राष्ट्रीय राशन पोर्टबिलिटी की शुरुआत 1 मई से की गई है। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश का कोई लाभार्थी अन्य राज्य से तथा अन्य राज्य का कोई भी लाभार्थी उत्तर प्रदेश से किसी भी राशन कार्ड की राशन संख्या मात्र बताकर राशन ले सकता है। यह सुविधा आधार आधारित वितरण एवं पिछले 6 माह से सक्रिय राशन कार्डों पर ही होगी।

फिलहाल उत्तर प्रदेश सहित 16 राज्य (आंध्र प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, केरल, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना, त्रिपुरा, बिहार, पंजाब, हिमाचल प्रदेश) तथा केंद्रशासित प्रदेश दादरा नगर हवेली के लाभार्थी आपस में राशन पोर्टबिलिटी का लाभ उठा सकेंगे। प्रवासी मजदूरों को इस योजना का विशेष लाभ मिलेगा।

राशन पोर्टबिलिटी का मिल रहा लाभ

अब तक 15 महाराष्ट्र, 1 केरल, 12 हरियाणा के लाभार्थियों ने उत्तर प्रदेश से राशन लिया। उत्तर प्रदेश के 3 लाभार्थियों ने कर्नाटक से, एक ने गोवा से और 7 ने महाराष्ट्र से राष्ट्रीय राशन पोर्टबिलिटी का लाभ उठाते हुए राशन लिया। 1 मई से 11 मई तक, सामान्य वितरण चक्र में गेहूँ और चावल दोनों वितरित हो रहा है। आज 24.21 लाख परिवारों के 0.99 करोड़ लोगों को राशन वितरण हुआ।

अब तक 2.8 करोड़ परिवारों के 11.75 करोड़ लोगों को राशन दिया गया। कुल लक्षित वितरण का करीब 82 प्रतिशत वितरण हुआ। अंत्योदय कार्डधारकों, श्रमिकों, मजदूरों हेतु वितरण निशुल्क हो रहा है। कुल वितरण का 36ः निशुल्क वितरण हुआ। 15 से 25 मई तक, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत निशुल्क वितरण किया जाएगा जिसमें सभी कार्डधारकों को उनके राशन कार्ड में दर्ज सदस्यों के आधार पर प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल निशुल्क दिया जाएगा।

कोरोना की विषम परिस्थितियों को ध्यान में रखकर अब तक क़रीब 4.8 लाख नए राशन कार्ड बनाए गए ताकि मजदूर नरेगा श्रमिक तथा अन्य जरूरतमंद को राशन मिल सके।

दिव्यांग एवं निशक्त जनों तथा हाट्स्पाट में कम्प्लीट लॉकडाउन की स्थिति में राशन की होम डिलीवरी की जा रही है।

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