BHU से बड़ी खबर: 5 लाख छात्र देंगे प्रवेश परीक्षा, फैसले के खिलाफ छात्रों का 'सत्याग्रह'
पिछले दिनों बीएड प्रवेश परीक्षा के दौरान बीएचयू से आई हैरान करने वाली तस्वीरों ने हर किसी को दंग कर दिया था। कोरोना काल में परीक्षार्थी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते दिखे।
वाराणसी: पिछले दिनों बीएड प्रवेश परीक्षा के दौरान बीएचयू से आई हैरान करने वाली तस्वीरों ने हर किसी को दंग कर दिया था। कोरोना काल में परीक्षार्थी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते दिखे। आने वाले समय में भी कुछ ऐसी ही तस्वीर सामने आने वाली है, क्योंकि 5 लाख छात्र प्रवेश परीक्षा देने वाले है। ऐसे में काशी हिंदू विश्वविद्यालय में प्रवेश परीक्षा के खिलाफ छात्रों ने मोर्चा खोल दिया है। प्रवेश परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर छात्रों ने विश्वविद्यालय में ही सत्याग्रह जारी है। छात्रों का एक धड़ा अब प्रवेश परीक्षा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। विश्वविद्यालय कर फैसले के खिलाफ नीरज राय नाम के एक छात्र ने छात्र अधिष्ठाता भवन के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गया है।
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क्या है छात्रों की मांग ?
सत्याग्रह कर रहे छात्र नीरज राय ने बताया कि वैश्विक महामारी के इस दौर में बीएचयू प्रवेश परीक्षाओं को आयोजित कर छात्रों के जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रही है। नीरज ने बताया कि अभी हाल में ही यूपी बीएड की परीक्षाएं आयोजित हुई थी जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का जमकर मजाक उड़ाया गया था और अब बीएचयू हजारों छात्रों के स्वास्थ्य के साथ खेलवाड़ करने जा रहा है।
जब तक सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम न हो जाएं, परीक्षाएं आयोजित न कराई जाए।
रेल/बस सेवा बाधित होने की स्थिति में हर जिले में परीक्षा केंद्र बनाया जाए । ताकि परीक्षार्थी बिना किसी डर के शामिल हो सकें।
जिला स्तर पर डीएम को नोडल अफसर बनाकर परीक्षा आयोजन की ज़िम्मेदारी दी जाए।
पैंनडेमिक एक्सपर्ट कमिटी का गठन हो जो सोशल डिस्टेंसिन्ग, सैनिटाईज़ेशन एवं आवागमन सम्बंधित समेत सभी सुरक्षा के पहलुओं की जांच करे और शासन को रिपोर्ट दे।
ऑनलाइन चल रहा है छात्रों का अभियान
अपनी मांगों को लेकर छात्रों ने बकायदा अभियान छेड़ दिया है। कैम्पस भले ही बंद हो लेकिन छात्रों का अभियान जारी है। छात्रों ने बकायदा ऑनलाइन अभियान चला रहे हैं। छात्रों के एक पैनल ने कुलपति को प्रवेश परीक्षाओं को रद्द करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया था जिसमें उनसे 24 घण्टे अधिसूचना जारी हुई प्रवेश परीक्षाओं को रद्द करने की मांग की गई थी। लेकिन बीएचयू कुलपति की ओर से इस सम्बंध में कोई भी फैसला नहीं लिया गया।
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पांच लाख छात्र लेंगे परीक्षा में हिस्सा
बीएचयू के तरफ से दिए गए आंकड़ों की मानें तो इस बार 12,500 सीटों पर एंट्रेंस देने के लिए करीब 5.25 लाख स्टूडेंट्स ने फॉर्म भरा है। इनमें बैचलर्स के स्तर पर 3.75 लाख और मास्टर्स के लिए लगभग 1.50 लाख फॉर्म आए हैं। बीएचयू ने यह भी बताया है कि देश भर में कुल 202 एग्जाम सेंटर्स पर एंट्रेंस होंगे। ऐस में स्टूडेंट्स की स्वास्थ्य संबंधित चिंताओं पर कितना विचार किया गया।
हमने बीएचयू के पीआरओ राजेश सिंह के अनुसार UGC-MHRD की गाइडलाइन्स के आधार पर BHU की हाइ पॉवर कमेटी जिसमें सभी डीन, डायरेक्टर हेड सभी लोग थे। उन लोगों ने छात्रों के हित में निर्णय लिया है। COVI-19 के सभी प्रोटोकॉल को फॉलो करते हुए हम एग्जाम कराने जा रहे हैं। सभी छात्रों, शिक्षकों या जो भी इसमें इन्वॉवल्व हैं, सबकी हितों का पूरी तरह ध्यान रखा जाएगा। इसको लेकर विश्वविद्यालय पूरी तरह कंसर्न है।
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