UP News: AAP सांसद संजय सिंह पर लगा एक लाख का जुर्माना, पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह ने ठोंका था मानहानि का मुकदमा

UP News: मुकदमा योगी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान जल शक्ति मंत्री रहे महेंद्र सिंह ने आप सांसद पर ठोंका था।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2024-01-03 15:13 IST

Mahendra Singh and Sanjay Singh (Photo:Social Media)

UP News: दिल्ली के कथित आबकारी घोटाला मामले में सलाखों के पीछे कैद आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को एक और बड़ा झटका लगा है। मानहानि के एक मुदकमे में लखनऊ की कोर्ट ने उन पर एक लाख जुर्माना लगाया है। ये मुकदमा योगी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान जल शक्ति मंत्री रहे महेंद्र सिंह ने आप सांसद पर ठोंका था। कोर्ट ने सिंह को उन सभी सोशल मीडिया पोस्टों को भी हटा लेने को कहा है, जिसमें भाजपा नेता के खिलाफ बेबुनियाद और झूठे आरोप लगाए थे।

लखनऊ जिला जज के फैसले पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता महेंद्र सिंह ने प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने एक्स पर फैसले की कॉपी शेयर करते हुए लिखा - सत्यमेव जयते - आज सिविल जज लखनऊ कोर्ट के आए फैसले का मैं स्वागत करता हूं। सच्चाई की जीत हुई। मेरे विरुद्ध झूठे आरोप लगाने वाले आप पार्टी के सांसद संजय सिंह पर कोर्ट ने एक लाख का जुर्माना लगाया है। साथ ही मेरे विरुद्ध आप पार्टी एवं संजय सिंह द्वारा किए गए सभी सोशल मीडिया पोस्ट हटाने का भी आदेश दिया है। मैं उन सभी महानुभावों का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने मुझ पर और मेरी सच्चाई पर हमेशा विश्वास किया। भारत माता की जय।

क्या है पूरा मामला ?

आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने साल 2021 में एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा था कि प्रदेश में योगी बाबा और 40 चोर की सरकार चल रही है। भ्रष्टाचार का खेल देखकर नटवरलाल भी शर्मा जाए। ये घोटाले सीएम योगी आदित्यनाथ के सबसे करीबी मुख्यमंत्री के देखरेख में हो रहे हैं। उनका इशारा तत्कालीन जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह की ओर था। आप सांसद ने दावा किया था कि जल जीवन मिशन में 30 हजार करोड़ का घोटाला हुआ है। हजारों करोड़ रूपये का ठेका ब्लैक लिस्टेड कंपनी को दिया गया।

इन आरोपों का जवाब देने तत्कालीन जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह मीडिया के सामने आए और संजय सिंह द्वारा लगाए गए एक-एक आरोप का जवाब दिया। सिंह ने आप नेता के आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि उन्होंने जिन राज्यों में कंपनी के उक्त कंपनी के ब्लैक लिस्टेड होने का दावा किया, हकीकत में वहां ऐसा कोई आदेश ही जारी नहीं हुआ है। संजय सिंह ने कंपनी के सेना में भी ब्लैक लिस्टेड होने का झूठा दावा किया।

11 अगस्त 2021 को तत्कालीन जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने संजय सिंह पर झूठे आरोप लगाकर जनता की नजरों में बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए मानहानि का नोटिस भेजा। दो साल से अधिक समय तक चली सुनवाई के बाद आज यानी बुधवार 3 जनवरी 2024 को कोर्ट ने बीजेपी नेता के पक्ष में फैसला सुनाया।

बेहतर सांगठनिक क्षमता वाले नेता माने जाते हैं महेंद्र सिंह

महेंद्र सिंह की गिनती उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के उन नेताओं में होती है, जिनकी सांगठनिक क्षमता काफी बेहतर है। सिंह अपने इन्हीं खूबियों के कारण बीजेपी पार्टी आलाकमान के चहेते रहे हैं। साल 2012 में पहली बार उन्हें विधान परिषद का सदस्य बनाया गया। 2014 में उन्हें उत्तर – पूर्व के सबसे महत्वपूर्ण राज्य असम का प्रभार बनाया गया, जहां दो साल बाद 2016 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने पहली बार अपने बल पर बहुमत हासिल किया और 15 सालों से सत्ता में जमी कांग्रेस को उखाड़ फेंका।

2017 में जब उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी प्रचंड जनादेश के साथ सत्ता में आई तो महेंद्र सिंह को संगठन से सरकार में ले आया गया और उन्हें योगी सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई। बतौर ग्राम्य विकास मंत्री स्वतंत्र प्रभार उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया। केंद्र सरकार ने इसके लिए उन्हें 12 पुरस्कार प्रदान किए। इसके बाद उनकी जिम्मेदारी और बढ़ा दी गई और उन्हें जल शक्ति जैसा भारी भरकम विभाग दिया गया।

उन्होंने इस विभाग में भी बेहतरीन काम किया। महेंद्र सिंह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी मंत्रियों में शुमार किए जाते थे। हालांकि, 2022 में योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में उन्हें वापस सरकार से संगठन में भेज दिया गया। अक्टूबर में उन्हें त्रिपुरा विधानसभा चुनाव का प्रभारी बनाया गया। असम की तरह महेंद्र सिंह ने बीजेपी हाईकमान को यहां भी निराश नहीं किया और लगातार दूसरी बार त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी। इस तरह उन्होंने एक बार फिर अपनी सांगठनिक क्षमता का लोहा मनवाया।

Tags:    

Similar News