Exit Poll में दिल्ली केजरीवाल की, भाजपा बहुत पीछे

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में सभी एग्जिट पोल ने आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल को इकतरफा जीत दी है। इन नतीजों में भाजपा और आप के वोट शेयर में जबर्दस्त अंतर दिखाई दिया है।

Update: 2020-02-08 16:12 GMT

रामकृष्ण वाजपेयी

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में सभी एग्जिट पोल ने आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल को इकतरफा जीत दी है। इन नतीजों में भाजपा और आप के वोट शेयर में जबर्दस्त अंतर दिखाई दिया है। भाजपा के लिए ये नतीजे करारा झटका और सबक हैं कि उसे राष्ट्रीय मुद्दों के साथ क्षेत्रीय मुद्दों को भी समेटना होगा। अलबत्ता सभी नतीजों में कांग्रेस पूरे परिदृश्य से गायब होती दिखाई दे रही है।

क्या कहते हैं एग्जिट पोल

न्यूजट्रैक के सर्वे के मुताबिक आम आदमी पार्टी 46-54 सीटें जीत रही है जबकि भाजपा 16-25 सीटों के बीच रहेगी जबकि कांग्रेस एक से दो सीटों पर जीत हासिल कर सकती है।

जन की बात के सर्वे में आप को 55 व भाजपा को 15 सीटें मिलती बतायी गई हैं।

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टाइम्स नाउ ने आम आदमी पार्टी को 44 व भाजपा को 26 सीटें दी हैं।

न्यूज एकस ने आप को 50-56 व भाजपा को 10-14 सीटें दी हैं।

इसी तरह सिसरो ने आप को 54, भाजपा को 15 और कांग्रेस को एक सीट दी है।

आप के पक्ष में तर्क

न्यूजट्रैक के सर्वे के मुताबिक जनता का फैसला आप के पक्ष में जाने का बड़ा कारण यह रहा कि आप ने पूर्वांचल व बिहार के लोगों को टिकट बांटे। आप चुनाव की दो साल से तैयारी कर रही थी जबकि भाजपा छह माह से संघर्ष में आयी। विकास के मुद्दे पर भी आप सबसे आगे रही। स्थानीय मुद्दों से कुशलता पूर्वक निपटने के कारण जनता का भरोसा उस पर मजबूत हुआ।

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भाजपा का नुकसान क्यों

न्यूजट्रैक सर्वे के अनुसार भाजपा के साथ नकारात्मक पहलू यह रहा कि पार्टी के पास कोई बड़ा सिख नेता नहीं था। अकाली दल से रिश्तों का असर पड़ा। सर्वे में यह भी माना गया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव धारा 370, तीन तलाक, मंदिर और राष्ट्रवाद पर जनमत संग्रह नहीं बन सका।

सर्वे के अनुसार सीएम पद के लिए कोई चेहरा न दे पाना कमी माना गया। लोगों का मानना है कि भाजपा को चेहरा जरूर देना चाहिए था। जबकि पार्टी के पास मनोज तिवारी के अलावा विजय गोयल और डा. हर्षवर्धन सरीखे चेहरे थे।

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सर्वे में मुस्लिम बहुत सीटों व 11 सुरक्षित सीटों पर ध्यान न दे पाना भाजपा की कमी माना गया।

जबकि कांग्रेस पूरे चुनाव के दौरान खुद को खड़ा ही नहीं कर पाई। वह किसी भी सीट पर मुकाबले में नहीं आ सकी। नतीजतन कांग्रेस के वोट बैंक का बड़ा हिस्सा आप को शिफ्ट हो गया।

आज दिल्ली विधानसभा के लिए मतदान में आप को 56 फीसद, भाजपा को 38 फीसद और कांग्रेस को 5.7 फीसद वोट मिलने का अनुमान है।

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