लखनऊ: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की छात्र संघ अध्यक्ष ऋचा सिंह ने पीएम माेदी को ओपेन लेटर लिखा है। समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने के बाद ऋचा राजनीति में बहुत शक्रिय हो गई हैं। आइए जानते हैं आखिर कौन हैं ऋचा सिंह।
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-ऋचा सिंह इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ की पहली महिला अध्यक्ष हैं।
-हाल ही में उन्होंने समाजवाजी पार्टी ज्वाइन की है।
-ऋचा सिंह ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी छात्रसंघ का निर्दलीय चुनाव लड़कर 11 वोटों से जीत हासिल कर इतिहास रच दिया था।
-इकोनॉमिक्स से एमए करने वाली ऋचा सिंह यूनिवर्सिटी में एक रिसर्च स्कॉलर हैं।
-ऋचा अलीगढ़ की रहने वाली हैं उन्होंने कुछ साल पहले फ्रेंड्स यूनियन क्लब बनाया था।
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-इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में इलेक्शन हुए तो वह भी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ीं।
-यूनिवर्सिटी कैंपस में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) जैसी मजबूत पार्टी थीं।
-कड़ा मुकाबला देख वह हाथ से लिखे पोस्टर, तख्ती, हैंलबिल और छोटे-छोटे नुक्कड़ नाटक, घर-घर संपर्क करने लगीें।
-ऋचा ने सबको मात देते हुए विजय हासिल की।
-सीएम अखिलेश ने ऋचा सिंह को रानी लक्ष्मीबाई पुरसकार दिया था तभी से उनके सपा में आने की चर्चा थी।
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-ऋचा सिंह ने गोरखपुर से बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ को इविवि में आने से रोक दिया था।
-ऋचा का मामना था कि योगी के आने पर साम्प्रदायिक तनाव होगा।
-एबीवीपी ने ऋचा का विरोध किया था इससे वह राजनीति में काफी चर्चा में आईं थी।
-ऋचा पर आरोप लगे थे कि उन्होंने फर्जी पेपर जमा करके एडमीशन लिया है।
-इस संबंध में यूनिवर्सिटी के वीसी ने ऋचा सिंह के ख़िलाफ़ जांच के आदेश दिए थे।
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