महिला सिपाही एसिड अटैक के बावजूद, अधिकारी कह रहे हैं कि जनता है महफूज

सुप्रीम कोर्ट के सख्त निर्देश के बाद भी प्रदेश में एसिड अटैक की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं । मथुरा में पूर्व में हुई कई घटनाओं के बाद आज इस महिला पुलिस कर्मी को भी बेखौफ अपराधियों ने उस समय अपना निशाना बनाया जब श्री कृष्ण जन्मभूमि पर तैनात यह महिला पुलिसकर्मी सुबह अपनी ड्यूटी पर जा रही थी ।

Update:2019-04-04 14:07 IST

मथुरा: अपराध मुक्त प्रदेश यूपी में खाकी ही अब असहाय नजर आने लगी है । यह ताज़ा मामला है मथुरा का, जहाँ एक महिला पुलिस कर्मी पर कार सवार 4 लोगों ने ही एसिड अटैक कर दिया ।

वारदात को उस समय अंजाम दिया गया जब महिला पुलिस कर्मी ड्यूटी पर जा रही थी । महिला पुलिस कर्मी की हालत गंभीर है और उसे आगरा रेफर किया गया है । जहाँ उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है और उसका इलाज चल रहा है ।

यह घटना थाना सदर बाजार इलाके के दामोदर पूरा इलाके की है । सुप्रीम कोर्ट के सख्त निर्देश के बाद भी प्रदेश में एसिड अटैक की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं ।

मथुरा में पूर्व में हुई कई घटनाओं के बाद आज इस महिला पुलिस कर्मी को भी बेखौफ अपराधियों ने उस समय अपना निशाना बनाया जब श्री कृष्ण जन्मभूमि पर तैनात यह महिला पुलिसकर्मी सुबह अपनी ड्यूटी पर जा रही थी ।

फिलहाल इस महिला पुलिसकर्मी का आगरा में इलाज चल रहा है ।

ये भी देखें: निषाद पार्टी के नेता और गोरखपुर सांसद प्रवीण निषाद बीजेपी में हुए शामिल

बताया जा रहा है कि बुलंदशहर निवासी यह महिला पुलिसकर्मी थाना सदर इलाके के दामोदरपुरा में पिछले 1 साल से किराए पर रह रही थी। जो सुबह करीब 4 बजकर 30 मिनिट पर श्री कृष्ण जन्मस्थान के लिए ड्यूटी पर जा रही थी, तभी घर से 200 मीटर दूरी पर 4 कार सवार अज्ञात बदमाशों ने पहले महिला पुलिस पुलिसकर्मी को कार में जबरदस्ती बैठाने का प्रयास किया लेकिन जब असफल हो गए तो उसके ऊपर एसिड फेंक दिया ।

महिला पुलिस की मकान मालिक अंकित का कहना है कि वारदात को अंजाम देकर अपराधी घटनास्थल से फरार हो गए ।

घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने घटना की जानकारी मकान मालिक और उसके साथी महिला कॉस्टेबल को दी, जिसके बाद आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां पर गंभीर हालत देखते हुए उसे हायर सेंटर आगरा रेफर कर दिया ।

ये भी देखें:रिजर्व बैंक की नीतिगत घोषणा से पहले शुरुआती कारोबार में रुपया 25 पैसे गिरा

जब महिला पुलिसकर्मी नहीं सुरक्षित तो आम महिलाएं कहां से सुरक्षित रहेंगी

इस संबंध में एस पी, क्राइम ने बताया कि घटना के पीछे संजय सिंह और सोनू नामक व्यक्तियों के नाम प्रकाश में आए है । जिनकी गिरफ्तारी के लिए 3 टीमें लगाई गई है ।

पुलिस ने बताया कि आशंका जताई जा रही है कि इनमें से संजय सिंह महिला का मित्र था। जिसका पिछले दिनों से महिला से विवाद चल रहा था और वह शादी की जिद पकड़े हुए था। लेकिन अभी मामले की जांच की जा रही है ।

इस संबंध में पुलिस भले ही महिला सिपाही का संजय से आपसी विवाद बता कर खाकी पर हुए हमले से पल्ला झाड़ने का प्रयास कर रही हो, लेकिन आम आदमी के सुरक्षित होने का दावा, अभी भी कर रही है ।

Tags:    

Similar News