थाना से गायब हुई मोटरसाइकिल, दो SI समेत 9 पुलिकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
सोनू पांडेय ने सोशल मीडिया पर पिछले दिनों शिकायत की कि रेवती पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान एक मोटरसाइकिल को पकड़ा था।
बलिया: बलिया में वाहन चेकिंग (Vehicle checking) के दौरान चालान किये गए एक मोटरसाइकिल (motorcycle) थाना से गायब होने का मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था। मामले की शिकायत किए जाने के बाद तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही दो उप निरीक्षक (sub Inspector) सहित छह पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है ।
जिले के रेवती थाना क्षेत्र के सोनू पांडेय ने सोशल मीडिया पर पिछले दिनों शिकायत की कि रेवती थाना क्षेत्र के पुलिस कर्मियों ने वाहन चेकिंग के दौरान एक मोटरसाइकिल को पकड़ा था। थाना ले जाने के बाद मोटरसाइकिल को गायब कर दिया है। इस शिकायत को पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा ने गम्भीरता से लिया तथा मामले के जांच के आदेश दिए। जांच पुलिस उपाधीक्षक, बैरिया को सौंपी गई। इस कार्रवाई के बाद पुलिस ने मोटरसाइकिल को बरामद कर लिया है। इस मध्य त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मतगणना स्थल पर मतगणना केंद्र में जाने को लेकर विवाद हुआ।
पुलिस का कहना है कि सोनू पांडेय ने स्वयं को एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का चहेता बताकर धौंस जमाया तथा मतगणना स्थल पर जाने की कोशिश की। बताते हैं कि इसको लेकर वह पुलिस कर्मियों से उलझ गया। बहरहाल पुलिस ने शिकायत कर्ता सोनू पांडेय को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया। सोनू की बहन ने इस मामले में ट्वीट कर शिकायत की कि पुलिस ने वाहन के मामले में शिकायत करने के कारण उसके भाई की गिरफ्तारी की है तथा उसके भाई की पुलिस हिरासत में पिटाई की गई है। जमानत पर रिहा होने के बाद सोनू पांडेय जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से मिला। उसने भी पुलिस पर शिकायत करने को लेकर प्रताड़ित व उसकी पिटाई करने का आरोप लगाया ।
बताते चलें कि शिकायत के बाद पुलिस ने सोनू का जिला अस्पताल में मेडिकल जांच कराया, जिसमें उसके चोटिल होने की बात सामने आई। इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन ताडा ने थाने के मुंशी साहबदीन व पुलिस कर्मी जयप्रकाश व अरुण को निलम्बित कर दिया है । इसके साथ ही गोपालनगर चौकी प्रभारी अखिलेश नारायण सिंह व रेवती थाने के उप निरीक्षक अजय यादव, पुलिस कर्मी जयहिंद, प्रखर यादव, शैलेश कुमार व सर्वेश यादव को लाइन हाजिर कर दिया है। पुलिस महकमे में इस कार्रवाई को लेकर खूब चर्चा है । पुलिस कर्मियों का कहना है कि सोनू पांडेय की गिरफ्तारी के समय पुलिस ने उसका मेडिकल जांच कराया था, जिसमें उसके शरीर पर चोट के कोई निशान नही मिले थे। पुलिस कर्मी विभागीय लोगों के विरुद्ध हुई कार्रवाई पर भी सवालिया निशान लगा रहे हैं।