घूस न देने पर बच्चे की मौतः CMS हटे, कई स्टाफ सस्पेंड, नर्स-स्वीपर पर FIR
बहराइचः 20 रुपए घूस न देने पर इंजेक्शन न लगाने से हुई बच्चे की मौत के मामले में जिला अस्पताल के स्टाफ के खिलाफ गुरुवार को कार्रवाई शुरू हो गई। सीएम अखिलेश यादव ने अस्पताल के सीएमएस डॉ. ओपी पांडेय को हटाने का निर्देश दिया। वहीं, डीएम अभय कुमार ने तीन वार्ड ब्वॉय, स्टाफ नर्स और सफाई कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया। स्टाफ नर्स और सफाई कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई है।
इस मामले की जानकारी सीएम तक पहुंचने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। सीएम के आदेश पर लखनऊ मंडल की अपर स्वास्थ्य निदेशक मिथिलेश चतुर्वेदी भी बहराइच पहुंचकर जांच में जुटी हैं। डीएम ने सीएमएस को सभी अभिलेख के साथ अपने शिविर कार्यालय में तलब किया है।
क्या है मामला?
जिला अस्पताल में मंगलवार को 10 महीने के बच्चे कृष्णा की मौत हो गई थी। वह काफी दिनों से बीमार था। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उसमें खून की कमी बताई थी। जिसके बाद उसे भर्ती कर रोज एक इंजेक्शन लगाया जाता था। मंगलवार रात स्वीपर ही अस्पताल में था। बच्चे की मां ने उसे इंजेक्शन लगाने को कहा। इस पर स्वीपर ने 20 रुपए घूस मांगी। ये रकम महिला के पास नहीं थी। उसने सुबह पैसा देने को कहा तो स्वीपर ने कह दिया कि जब पैसे दोगी, तभी इंजेक्शन लगेगा। इसके बाद बच्चे की जान चली गई थी।
शासन तक बात पहुंचने पर मचा हड़कंप
बच्चे के पिता हरदी के खम्हरिया शुक्ल गांव के निवासी शिवदत्त और उनके घरवालों ने अस्पताल में खूब हंगामा भी किया था। नाराज घरवालों ने बौद्ध परिपथ पर जाम भी लगाया था। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने नियमित तरीके से कार्रवाई कर किनारा कर लिया। गुरुवार को मीडिया में खबर आने के बाद शासन ने डीएम को कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद गुरुवार रात 8 बजे डीएम अभय कुमार, एडीएम विद्याशंकर सिंह वगैरा अस्पताल पहुंचे और आईसीयू, बच्चों के वार्ड और अन्य वार्डों का मुआयना किया।