Agra Nagar Nigam Ward No.57: आगरा नगर निगम के वार्ड 57 की पार्षद ऊषा इंदोलिया, जल भराव की है विकट समस्या

Agra Nagar Nigam Ward No.57 Parshad: आगरा नगर निगम के वार्ड 57 की पार्षद ऊषा इंदोलिया ने कहा कि मेरे वार्ड में जल भराव की है विकट समस्या है।

Report :  Rahul Singh
Update: 2022-10-06 15:17 GMT

आगरा नगर निगम के वार्ड 57 की पार्षद ऊषा इंदोलिया

Agra Nagar Nigam Ward No.57 Parshad: आगरा के वार्ड 57 के हालात, पार्षद ऊषा इंदोलिया इस वार्ड से पार्षद है, इलाके में जलभराव की विकट समस्या है। पार्षद की कई शिकायतों पर भी नही हुई सुनवाई, बारिश में तालाब बन जाता है इलाका। मुगलकालीन कैनाल को पाटकर बंद कर देने से शुरू हुई है समस्या। उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव की तिथियां घोषित होना बाकी है। पार्षदों ने लगभग 5 साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इन पांच सालों में वार्ड में कितना विकास हुआ है। वार्ड को चमन बनाने में पार्षदों ने कितना प्रयास किया। नगर निगम से कितनी मदद मिली है। वार्ड के हालात कैसे हैं , आपको बताएंगे वार्ड 57 की रिपोर्ट में।

उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव की तिथियां घोषित होना बाकी है। राजनीतिक दलों ने निकाय चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। आगरा नगर निगम के 100 वार्डों में नए पार्षदों का कार्यकाल शुरू होना है। ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है की 5 साल में मौजूदा पार्षद ने क्या काम किए ? नगर निगम सदन में जनहित से जुड़ी कितने मुद्दे उठाए। आपको बताते है उखर्रा रोड के वार्ड नंबर 57 की । वार्ड 57 में कई रिहायशी कॉलोनियां बनी हुई है । आबादी भी हजारों में है । वार्ड से ऊषा इंदोलिया निर्दलीय पार्षद हैं। इसके पहले उषा इंदौरिया के पति जगबीर इंदौलिया वार्ड 57 से समाजवादी पार्टी समर्थित पार्षद थे ।

10 साल से पार्षद का पद इंदोलिया परिवार के पास है । 5 साल में वार्ड 57 के रिहायशी इलाकों में कुछ स्थानों पर दो नाली खड़ंजा की हाल ठीक है । लेकिन कई रिहायशी इलाकों में लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं । पार्षद पति जगबीर इंदौलिया ने बताया कि उनके द्वारा कई आवेदन करने के बाद भी कई रिहायशी इलाकों में नाली खड़ंजा का निर्माण नहीं किया गया है । पार्षद पति की माने तो 5 साल में महज निगम द्वारा 50 लाख रूपये के विकास कार्य ही वार्ड में कराए गए हैं । पार्षद पति का कहना है कि यह बहुत कम है । पार्षद पति ने निगम पदाधिकारियों पर हीला हवाली करने का आरोप लगाया है । उनका कहना है कि बार-बार उनके द्वारा निगम में शिकायतें की गई । जल निकासी की व्यवस्था की मांग की गई । रिहायशी इलाकों में खड़ंजा और नाली निर्माण की आवाज उठाई गई । इसके बाद भी निगम के अधिकारियों के कान पर जू नही रेंगी । इसी के चलते वार्ड में कई स्थानों पर आज भी विकास की बड़ी दरकार है ।

मुगलकालीन कैनाल पाट से खड़ी हुई समस्या , कैनाल का क्या होगा कोई नहीं जानता

वार्ड 57 के कई रिहायशी इलाकों में जल निकासी की व्यवस्था नहीं है। उखर्रा रोड पर बनी रिहायशी कॉलोनियों में रहने वाले लोग जलभराव की समस्या से बेहद परेशान हैं । दरअसल कुछ साल पहले तक उखर्रा रोड से मुगलकालीन कैनाल होकर जाती थी। नाले, नालियों और बारिश का पानी कैनाल से होकर बह जाता था । अब कैनाल को पाट दिया गया है और पानी निकालने के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया है ।

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