आगरा के स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के प्रवेश पर रोक, मानसिक स्थिति का होगा आकलन
आगरा: गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रद्युम्न की हत्या के बाद अब देशभर के स्कूल प्रशासन अलर्ट हो गए हैं। इसी के तहत आगरा में भी कान्वेंट स्कूल संचालकों ने मंगलवार को बैठक की। इस बैठक में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों, ड्राइवर और कंडक्टर आदि के स्कूल में बिना अनुमति प्रवेश पर रोक लगा दी है। अब इन लोगों को स्कूल परिसर में दाखिल होने के लिए स्कूल प्रशासन से अनुमति लेनी होनी।
दरअसल, रायन इंटरनेशनल स्कूल की घटना के बाद से लगातार स्कूलों में बच्चो की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। यहां तक की कई अभिभावक बच्चों को बसों या वैन से भेजने की बजाय खुद स्कूल छोड़ने जाने लगे हैं। इसी के तहत स्कूलों की प्रबंध कमेटियों ने भी इस ओर ध्यान देना शुरू किया है।
ये भी पढ़ें ...#RyanSchool : डॉक्टर का खुलासा- प्रद्युम्न से नहीं हुआ था दुष्कर्म
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों पर रहेगी नजर
मंगलवार को सेंट पीटर्स में इंग्लिश मीडियम स्कूलों की एसोसिएशन 'अप्सा' द्वारा बैठक आयोजित की गई। बैठक में रायन इंटरनेशनल स्कूल में हुई वारदात के बाद सुरक्षा को बढ़ाने पर विचार किया गया। स्कूल संचालकों ने फैसला लिया है, कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों पर नजर रखी जाएगी। उनकी नियुक्ति से पहले परिवार के बारे में जानकारी और वेरिफिकेशन करायी जाएगी। इन कर्मचारियों के लिए शौचालय की सुविधा अलग की जाएगी।
ये भी पढ़ें ...रेयान के CEO पिंटो की गिरफ्तारी पर HC ने कल तक लगाई रोक
सीसीटीवी के जरिए रखेंगे नजर
इस बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि एसोसिएशन के सभी स्कूलों के सभी कमरों में सीसीटीवी लगाए जाएंगे। स्कूल के समय में सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी। साथ ही बच्चों को प्रोत्साहित किया जाएगा कि वे स्कूल की हर छोटी-बड़ी बात अपने शिक्षक और परिजनों को बताएं।
ये भी पढ़ें ...#Pradyuman मर्डर केस: चश्मदीद बस ड्राइवर ने किया ये बड़ा खुलासा
...ताकि फिर न हो रायन जैसी घटना
साथ ही ये भी फैसला लिया गया कि स्कूल प्रबंधन समय-समय पर परिजनों के साथ बैठक करेगा। सभी स्कूलों में इस पर काम शुरू कर दिया गया है। संस्था के सचिव सुशील गुप्ता ने बताया, कि 'स्कूल में आने वाले हर छात्र की जिम्मेदारी स्कूल प्रशासन की होती है। इसके लिए अब हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं। अब हरसंभव कोशिश रहेगी की रायन स्कूल जैसा प्रकरण दोबारा न दोहराया जाए।'