BJP सांसद कंगना रनौत के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज, जानिए क्या है पूरा मामला?
Kangana Ranaut: मंडी से भाजपा सांसद के खिलाफ राष्ट्रद्रोह और राष्ट्र अपमान को लेकर आगरा की विशेष कोर्ट में वाद वकील रमाशंकर शर्मा ने दायर किया है।
Kangana Ranaut: अभिनेत्री से नेत्री बनीं हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद कंगना रनौत की आने वाले दिनों से मुश्किलें बढ़ सकती हैं। भाजपा सांसद रनोट के खिलाफ यूपी के आगरा जिला कोर्ट ने एक मुकदमा दर्ज हुआ है। कंगना रनौत पर यह मुकदमा में दिल्ली हुए किसान आंदोलन पर दिए गए एक बयान पर दर्ज किया गया है। याची ने स्पेशल कोर्ट एमपी-एमएलए में सांसद कंगना रनौत के खिलाफ राष्ट्रद्रोह और राष्ट्र अपमान को लेकर एक वाद दायर किया है। दायर वाद पर कोर्ट ने सुनवाई की तारीख भी लगा दी है। कोर्ट 17 सितंबर को इस मामले पर सुनवाई करेगा।
वकील रमाशंकर शर्मा ने दर्ज करवाया मुकदमा
मंडी से भाजपा सांसद के खिलाफ राष्ट्रद्रोह और राष्ट्र अपमान को लेकर आगरा की विशेष कोर्ट में वाद वकील रमाशंकर शर्मा ने दायर किया है। राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमाशंकर शर्मा ने कहा कि वह खुद एक परिवारिक रूप से किसान के बेटे हैं। किसान परिवार में पैदा हुए हैं। वकालत में आने से पूर्व उन्होंने 30 साल खेती किसान में काम किया है। देश के किसानों और राष्ट्रपति महात्मा गांधी के प्रति सच्ची श्रद्धा भाव एवं सम्मान रखते हैं, जोकि कंगना रनौत ने इन पर विवादित बयान देकर हमारी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
वादी ने कही ये बात
वादी शर्मा ने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है देश की सारी आबादी किसानों पर ही निर्भर है। किसान दिन रात खेतों में मेहनत करके अनाज पैदा करते हैं, जिस पर पूरा देश निर्भर है। उसके बाद भी बॉलीवुड अभिनेत्री एवं भाजपा सांसद कंगना रनौत ने दिल्ली में धरने पर बैठे किसानों पर हत्याएं और दुष्कर्म जैसे गंभीर आरोप लगाए। कोर्ट ने दायर वाद पत्र ने कहा कि कंगना रनौत के इन आरोपों ने देश के किसानों एवं स्वयं किसान पुत्र अधिवक्ता और महात्मा गांधी के प्रति अमर्यादित टिप्पणी कर पूरे देश वासियों का अपमान कर राष्ट्रद्रोह और राष्ट्र अपमान जैसा गंभीर अपराध किया है, इसलिए उन्हें खिलाफ आगरा की विशेष अदालत में राष्ट्रद्रोह और राष्ट्र अपमान का वाद दायर किया गया है।
17 सितंबर को मामले की सुनवाई
स्पेशल कोर्ट एमपी एमएलए के न्यायाधीश अनुज कुमार सिंह ने वादी रमाशंकर शर्मा के केस को दर्ज कर लिया है। कोर्ट मामले की सुनवाई के लिए 17 सितंबर को डेट निर्धारित की है। इसके अलावा वादी ने 31 अगस्त, 2024 को आगरा पुलिस कमिश्नर और थाना अध्यक्ष न्यू आगरा में भी कंगना के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाया था और कार्रवाई करने की मांग की थी।
यह विवादित बयान कंगना नहीं छोड़ रहा पीछा
बता दें कि साल 2020-2021 में दिल्ली की सीमाओं पर किसानों ने बड़ा आंदोलन किया था। पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी यूपी के किसान एमएसपी सहित अपनी कई सूत्रीय मांगों और तीन कृषि कानून को रद्द के खिलाफ दिल्ली कूच किया था और वह कई महीनों तक दिल्ली की सीमाओं पर धरने में बैठे रहे। कई महीनों तक चले इस किसान आंदोलन में कई किसानों की मौतें हुईं। धरना स्थल पर लोगों की मौत को देखते हुए मोदी सरकार ने 9 नवंबर 2021 को मोदी ने तीनों कृषि क़ानून वापस लेने का ऐलान किया। 2 फरवरी को सरकार ने कृषि कानून वापस ले लिया, जिसके बाद किसानों का आंदोलन खत्म हुआ।
किसान आंदोलन पर कंगना का बयान
किसानों के इसी आंदोलन पर अभिनेत्री कंगना रनौत ने एक बयान दिया। उन्होंने आंदोलनरत किसानों पर आरोप लगाते हुए कहा कि किसान आंदोलन के दौरान उपद्रवी हिंसा हुई। वहां रेप और हत्याएं भी हुई थीं। हालांकि कंगना ने यह बयान तब दिया, जब वे सांसद नहीं थी। कंगना इस साल हुए लोकसभा चुनाव में हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा की सांसद बनी हैं। उस समय किसानों आंदोलन पर दिया गया बयान कंगना रनौत का दो सालों के बाद भी पीछा नहीं छोड़ रहा है।