Agra News: गरजा बुलडोजर, जिला प्रशासन ने ध्वस्त किया सत्संग सभा का अवैध निर्माण
Agra News: राधा स्वामी सत्संग सभा द्वारा दयालबाग क्षेत्र के मौजा जगनपुर और खासपुर में सरकारी जमीन पर किए गए कब्जे को हटाने की मियाद शुक्रवार को खत्म हो गई थी।
Agra News: आगरा में राधा स्वामी सत्संग सभा के अवैध कब्जे पर कार्रवाई शुरू हो गई है। दयालबाग क्षेत्र में मौजा जगनपुर और खासपुर में सरकारी जमीन पर किए गए कब्जे पर शनिवार सुबह प्रशासन ने बुलडोजर चलाने का काम शुरू कर दिया है। कब्जा की गई जमीन पर किये गए अवैध निर्माण का एक हिस्सा ढहाने के बाद प्रशासन ने बुलडोजर का रुख डूब क्षेत्र में किए गए अवैध निर्माण की ओर कर दिया। इस दाैरान टकराव और तनाव के हालात बने रहे। लेकिन, बड़ी संख्या में पीएसी और पुलिस बल के साथ पहुंचे अधिकारियों ने अपनी कार्रवाई जारी रखी।
राधा स्वामी सत्संग सभा द्वारा दयालबाग क्षेत्र के मौजा जगनपुर और खासपुर में सरकारी जमीन पर किए गए कब्जे को हटाने की मियाद शुक्रवार को खत्म हो गई थी। सत्संग सभा ने प्रशासन से और समय मांगा था लेकिन प्रशासन ने इंकार कर दिया था। शनिवार सुबह सरकारी जमीन से कब्जा हटाने की कार्रवाई पुलिस-प्रशासन ने आरंभ कर दी। सुबह सात बजे ही भारी पुलिस फोर्स के साथ पीएसी को बुला लिया गया था।दूसरी ओर सत्संगी भी बड़ी संख्या में जुट गए। इससे कब्जा हटाने की कार्रवाई के दौरान टकराव के हालात बने रहे। प्रशासन के अधिकारी सुबह पौने दस बजे बुलडोजर लेकर कब्जा हटाने पहुंचे। उन्होंने बुलडोजर से अवैध कब्जा ढहाने का काम शुरु कर दिया।राधा स्वामी सत्संग सभा द्वारा कब्जा की गई जमीन को खाली कराने के लिए प्रशासन ने इस बार कागजों पर पूरी तैयारी की थी। प्रशासन ने सत्संग सभा काे बाकायदा नोटिस दिया, उन्हें कब्जा हटाने का समय दिया। इससे कि सत्संग सभा कानूनी पेंच न फंसा सके कि उसे बिना समय दिए और पक्ष सुने बिना प्रशासन ने कार्रवाई आरंभ कर दी। कब्जा हटाने की तैयारी को लेकर रात से रणनीति बना ली गई थी। सुबह नौ बजे तक पीएसी और पुलिस-प्रशासन समेत संबंधित विभाग के अधिकारी न्यू आगरा थाने पर जुट गए थे। सुबह पौने दस बजे कार्रवाई आरंभ कर दी गई।
टकराव और संघर्ष की आशंका में बीता दिन
प्रशासन द्वारा सत्संग सभा द्वारा किए गए कब्जे को हटाने की कार्रवाई ग्रामीणों ने कई दशक में पहली बार देखी थी। साथ ही उनके मस्तिष्क में पुराने विवाद और कब्जा हटाने की कार्रवाई के दौरान हुए टकराव की स्मृति थी। ग्रामीणों की सुबह टकराव और संघर्ष की आशंका के बीच बीती।
सत्संग सभा और प्रशासन के बीच चल रहे घटनाक्रम को देखते रहे। ग्रामीणों ने न ही खुशी प्रकट की और ना हंगामा किया। ग्रामीणों को आशंका थी,उनकी प्रतिक्रिया से कोई नया बखेडा या विवाद न खड़ा हो जाए।