Agra News: जूता कारोबारियों के घर आयकर विभाग का छापा, 30 करोड़ नकद जब्त
Agra News: आगरा में तीन जूता कारोबारियों के ठिकानों पर आयकर विभाग कि इंवेस्टिगेशन विंग ने छापा मारा है। छापे में 30 करोड़ नकद जब्त किया गया है।
Income Tax Raid in Agra: आयकर विभाग की इंवेस्टिगेशन विंग ने तीन जूता कारोबारियों के ठिकानों पर छापा मारा है। आयकर विभाग कि इस रेड में एमजी रोड के बीके शूज, मंशु फुटवियर और हरमिलाप ट्रेडर्स शामिल हैं। रेड में कई अब तक तीस करोड़ नकद बरामद किया गया है। इन तीनों कारोबारियों पर एक साथ रेड की गई। नकद को गिनने के लिए बैंक से नोट गिनने की मशीन भी मंगाई गई है। टैक्स चोरी के आधार पर इनपर रेड की गई। आयकर विभाग ने अपने कर्मचारियों के साथ इन पर कार्रवाई की है।
आयकर चोरी करने का मामला
जूते व्यापारियों पर आयकर न देने का आरोप है। इसकी सूचना मिलने पर आयकर विभाग की इंवेस्टिगेशन विंग हरकत में आया। आज आयकर विभाग ने आगरा, लखनऊ और कानपुर से कर्मचारियों के साथ छापा मारा। तीनों जूता कारोबारियों के ठिकानों पर छापा मारा गया। तीनों कारोबारियों के छह ठिकानों पर छापा पड़ा। इस रेड में एमजी रोड के बीके शूज, मंशु फुटवियर और हरमिलाप ट्रेडर्स शामिल हैं। बीके शूज के एमजी रोड प्रतिष्ठान के साथ ही सूर्य नगर स्थित घर पर विभाग ने छापा मारा। जूते की ट्रेडिंग करने वाले मंशु फुटवियर और बीके शूज के मालिक आपसी रिश्तेदार हैं। वहीं हरमिलाप ट्रेडर्स का काम शू मैटेरियल बेचने का है। तीनों ही काफी कम वक्त में बाजार में बड़ा नाम कमा चुके थे। इस कार्रवाई में 12 से ज्यादा टीमें लगी हैं। इन सभी के पास भारी मात्रा में सोने की खरीद, जमीन में निवेश की जानकारी भी मिली है। साथ ही शहर के इनर रिंग रोड के पास इनका संपत्ति में बड़ा निवेश भी सामने आया है।
30 करोड़ सहित फोन और लैपटॉप से डेटा जब्त
आयकर विभाग के छापे में लगभग 30 करोड़ रुपये नकद बरामद किया गया है। यह दावा सोशल मीडिया पर किया गया है, अब तक इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी है। नकद के साथ ही इन तीनों कारोबारियों से आयकर विभाग ने लैपटॉप, कंप्यूटर और फोन जब्त किया है। इनके इलेक्ट्रानिक उपकरणों से डेटा लिया गया है। काम में उपयोग होने वाले रजिस्टर, लेन देन की रसीद और बिल से भी जानकारी इकट्ठा करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि एक कारोबारी ने अपने फोन का लॉक खोलने से इनकार कर दिया। इसलिए माना जा रहा है कि इनके फोन से कई महत्तवपूर्ण जाकारी निकाली जा सकती है। सभी के इलेक्ट्रानिक उपकरणों का डेटा आयकर विभाग के लिए खुलासा करने में महत्तवपूर्ण हो सकता है। इनमें लेन देन के राज छिपे होने की आशंका है।इस कार्रवाई में 30 से अधिक अधिकारी शामिल रहे।