Agra News: दो बड़ी वारदातों में पुलिस के हाथ खाली, पुलिस 20 दिन में नहीं सुलझा सकी दो बड़ी चुनौती

Agra News: आगरा कमिश्नरेट पुलिस इनामी बिल्डर कमल चौधरी को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है। एटीएम ले जाने वाले बदमाशों का भी पुलिस अब तक सुराग नही लगा पाई है । आगरा कमिश्ननरेट का चार्ज लेने के बाद कमिश्नर के सामने दो बड़े मामले थे।

Report :  Arpana Singh
Update: 2024-02-01 12:05 GMT

आगरा पुलिस बिल्डर को पकड़ने और एटीएम कांड का खुलासा करने में नाकाम रही है: Photo- Newstrack

Agar News: आगरा पुलिस के सामने दो बड़ी चुनौतियां खड़ी है और 20 दिन बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है । देखना होगा पुलिस टीम कब तक इन दोनों बड़ी चुनौतियों से निपट पाती है । कागारौल में एटीएम ले जाने वाले बदमाशों को गिरफ्तार कर पाती है। जमीन कब्जाने के मामले में फरार आरोपी बिल्डर कमल चौधरी को पकड़ पाती है ।

आगरा कमिश्नरेट पुलिस इनामी बिल्डर कमल चौधरी को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है। एटीएम ले जाने वाले बदमाशों का भी पुलिस अब तक सुराग नही लगा पाई है । आगरा कमिश्ननरेट का चार्ज लेने के बाद कमिश्नर के सामने दो बड़े मामले थे। पहला करोड़ों की जमीन कब्जाने के लिए निर्दोष लोगों को जेल भेजने का मामला है । दूसरा मामला 30 लाख रुपए से भरे एटीएम को उखाड़ ले जाने का है लेकिन अभी तक पुलिस बिल्डर को पकड़ने और एटीएम कांड का खुलासा करने में नाकाम रही है ।

जमीन पर कब्जा करने के लिए बेगुनाह लोगों को भेज दिया था जेल-

इस मामले ने आगरा पुलिस के दामन पर बड़ा दाग लगाया है । जगदीशपुरा पुलिस ने करोड़ों रुपए की जमीन पर कब्जा कराने के लिए बेगुनाह लोगों को जेल भेज दिया। मामला शासन तक पहुँचा तो तत्कालीन पुलिस कमिश्नर डॉ प्रीतिंदर सिंह का तबादला कर दिया गया। उनकी जगह गोरखपुर के आईजी जे रविंदर गौड को आगरा का पुलिस कमिश्नर बनाया गया। 11 जनवरी को जे रविंदर गौड ने पदभार ग्रहण किया। । करोड़ों की जमीन पर कब्जा करने और बेगुनाहों को जेल भेजने के मामले में जगदीशपुरा थाने में तत्कालीन थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार बिल्डर कमल चौधरी व उसके बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। तत्कालीन एसओ को पुलिस जेल भेज चुकी है। मगर बिल्डर पुलिस को लगातार गच्चा दे रहा है। दोनों पर इनामी राशि बढ़ाकर 25-25 हज़ार कर दी गई है। मगर इसके बाद भी बिल्डर और उसका बेटा पुलिस के हाथ नहीं आ सके हैं। बिल्डर की गिरफ्तारी के लिए एसओजी को भी लगाया गया है।

एटीएम लूट में भी हाथ खाली

कागारौल में पुलिस थाने से महज 800 मीटर दूर एसबीआई के एटीएम को लुटेरे 8 जनवरी को उठा ले गए थे। एटीएम में करीब 30 लाख रुपए थे। वारदात के तीन दिन बाद राजस्थान बॉर्डर से सटे गांव की नहर में टूटी हुई एटीएम मशीन मिली थी। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। इस घटना को करीब 22 दिन बीत गए। मगर एटीएम लूट के मामले में भी पुलिस अभी तक खाली हाथ है। इतनी बड़ी वारदात में पुलिस अभी तक एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। दोनों वारदात में पुलिस की कर प्रणाली पर सवाल उठा रही है । स्थानीय लोग पूछ रहे हैं कि पुलिस क्या कर रही है ।

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