लखनऊ: लगता है आजम खान की राजनीति बुरे दौर से गुजर रही है। दो दिन पहले ही पार्टी मुखिया मुलायम सिंह ने उनके खुले विरोध को किनारे करते हुए अमर सिंह को गले लगा लिया, तो अब उनके दूसरे धुर विरोधी शाही इमाम अहमद बुखारी से लंबी मुलाकात की है। newztrack.com से एक्सक्लूसिव बात करते हुए बुखारी भी आजम पर खूब बरसे। शाही इमाम ने कहा कि आजम से हर शख्स दूर भागता है।
आजम ने छीना रोजगार
-newztrack.com से बात करते हुए अहमद बुखारी ने कहा कि अपने ही जिले में आजम खान ने लोगों के रोजगार छीन लिए हैं।
-विरोध करने वालों को पकड़ कर जेलों में डाल दिया जाता है।
-लेकिन पार्टी से उनके रिश्तों पर कमेंट नहीं करना चाहता।
आजम की पत्नी पर भी बोले
-बुखारी ने आजम खां की पत्नी को राज्यसभा सदस्य बनाए जाने पर कहा कि पार्टी को अपनी साख का खयाल रखना चाहिए
-उनकी पत्नी न बोलना जानती हैं, न काम करती हैं। आखिर राज्यसभा में वह क्या कर रही हैं।
बुक्कल नवाब पर उंगली
-विधान परिषद के लिए चुने गए एकमात्र मुस्लिम बुक्कल नवाब पर भी उन्होंने सवाल उठाए।
-बुखारी ने कहा कि ऐसे शख्स को एमएलसी बनाया जा रहा है जिसकी कोई हैसियत नहीं है। जिसे कोई गंभीरता से नहीं लेता।
-एमएलसी ऐसे को बनाइए जो कम से कम अपनी कम्युनिटी के लिए बोल सके, काम कर सके।
राज्यसभा में कम से कम एक मुसलमान हो
-बुखारी ने कहा कि राज्यसभा के लिए कम से कम एक मुस्लिम उम्मीदवार होना चाहिए।
-मुसलमानों को नुमाइंदगी नहीं देंगे तो मैसेज अच्छा नहीं जाएगा।
मुलायम को याद दिलाए वादे
-बुखारी ने बताया कि मुलायम सिंह से मुलाकात में उन्होंने चुनावी मुद्दे याद दिलाए।
-उनसे कहा कि चुनाव करीब हैं, पार्टी ने मुसलमानों से पहले जो वादे किए थे, उनका क्या हुआ।
-बुखारी ने कहा कि कब्रिस्तानों की बाउंड्री के सिवा कोई वादा पूरा नहीं हुआ।
-हालांकि, कई जगह कब्रों को ध्वस्त कर देने की भी शिकायतें आई हैं।
मुलायम ने दिया है आश्वासन
-क्या मुलायम सिंह ने उन्हें कोई भरोसा दिया है, इस सवाल पर बुखारी ने कहा कि मुलायम ने इस पर गौर करने की बात कही है।
-मुलायम से बातचीत के वक्त सीएम अखिलेश यादव भी मौजूद थे।
-बुखारी ने आजमगढ में दंगों पर कहा कि दो समुदायों को लड़ाने की कोशिश हो रही है, ऐसी शिकायतें मिली हैं।
घोषणा पत्र में थे ये वादे
-बुखारी ने कहा कि सपा के मैनिफेस्टों में मुसलमानों को रिजर्वेशन, सरकारी नौकरी, फोर्स में भर्ती और दरगाहों की सुरक्षा के वादे थे।
-मंडल कमीशन लागू हुआ सच्चर नहीं, इस सवाल पर बुखारी ने कहा कि नीयत नहीं है देने की।
-आज झोली फैलाने से कुछ नहीं मिलता, अपना हक छीनना पड़ता है।
-अवाम की नाराजगी देख कर मुझे दुख होता है।
-मुलायम ने इन मुद्दों पर 2-3 हफ्तों में फिर बात करने को कहा है।
सच्चर कमेटी की आड़
-बुखारी ने कहा कि सच्चर कमेटी की सिफारिशों पर किसी सरकार ने काम नहीं किया।
-मेरा मानना है कि कांग्रेस ने यह कमेटी मुसलमानों के हालात सुधारने के लिए नहीं बनाई थी।
-सच्चर कमेटी यह देखने के लिए बनाई गई थी कि मुसलमानों को तबाह करने के मंसूबे पूरे हुए या नहीं।
-शाही इमाम ने कहा कि पिछले 68 सालों में मुसलमानों को उनका हक नहीं मिला है।
-कोई पार्टी उन्हें शिक्षित नहीं होने देना चाहती।
मुसलमानों को बनाया वोट बैंक
-अहमद बुखारी ने कहा कि हर पार्टी ने मुसलमानों को वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया।
-किसी पार्टी ने मुसलमानों की समस्याएं हल नहीं कीं।
-मुसलमान कम बुरा देख कर किसी को भी वोट देने को मजबूर है।
-वोट तो मुसलमानों के सबको चाहिए, लेकिन मुसलमानों के लिए किसी के पास कुछ नहीं।
-महजबी रहनुमाओं की जिम्मेदारी पर किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वे सिर्फ अपनी राय दे सकते हैं। उनके पास अख्तियार नहीं होते।
कांग्रेस-बीजेपी पर हमला
-बुखारी ने कहा कि बीजेपी सामने से वार करती है और कांग्रेस पीछे से। पर दोनों का एजेंडा एक ही है।
-उन्होंने कहा कि ये दोनों पार्टियां वोटों के ध्रुवीकरण का काम रही हैं। हिंदू और मुसलमानों को बांटा जा रहा है।
-मुल्क तभी तरक्की कर पाएगा, जब हिंदू, मुसलमान और दूसरे धर्मों के लोग मिलजुल कर रहेंगे।
भारत माता की जय ओवैसी का मुद्दा
-बुखारी ने कहा कि भारत माता की जय की अपील मुसलमानों के लिए नहीं थी।
-आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने जो बयान दिया था, उसमें मुसलमानों से यह नारा लगाने को नहीं कहा था।
-इस नारे को असदुद्दीन ओवैसी ने यह कह कर मुद्दा बनाया कि 'नहीं बोलूंगा चाहे मेरा गला काट दिया जाए।'
-ओवैसी के बयान के बाद इस पर मुल्क भर में बहस शुरू हो गई।
रामदेव की जबान बंद हो
-जामा मस्जिद दिल्ली के शाही इमाम ने कहा कि रामदेव ने भारत माता की जय न बोलने वालों की गर्दन काटने की बात की।
-सरकार को ऐसे लोगों की जबान बंद करनी चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर चुप
-राम जन्म भूमि पर पूछे गए सवाल पर बुखारी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ आप कैसे कुछ कर सकते हैं।
-कोर्ट इंसाफ करेगी। आप फैसला करिए कि मिल्कियत किसकी है। इस फैसले के बाद कोई कुछ नहीं कह सकता।
निभाना पड़ेगा वादा
-आगामी चुनाव में सपा से मुस्लिम वोटों के खिसकने पर पूछे गए सवाल पर बुखारी ने कहा कि अभी ऐसा नहीं कहा जा सकता।
-पार्टियों ने जो वादा किया है, उसे पूरा करना चाहिए।
-जो वादे निभाएगा उसे उसका फल मिलेगा, जो नहीं निभाएगा उसे खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
-बुखारी ने अंत में कहा कि मुलायम सिंह ने मिलने का वक्त दिया है, देखते हैं आगे क्या होता है।