लखनऊ: बड़ी संख्या में सीतापुर से रोज लखनऊ आने-जाने वाले यात्रियों को एक मई से मुश्किलों का सामना करना पड़ा सकता है। लखनऊ से सीतापुर की लाइफ लाइन मीटरगेट (छोटी लाइऩ) ट्रेनों के पहिए एक मई से थम जाएंगे। रोजाना इस रूट की 26 ट्रेनों में सफर करने वाले करीब 22 हजार यात्रियों को बस या अपने निजी वाहन से सफर करना पड़ेगा।
पहले राउंड में ऐशबाग से सीतापुर, फिर सीतापुर से मैलानी और तीसरे राउंड में मैलानी से पीलीभीत तक 262 किमी. के बदलाव के लिए अब तक एक हजार करोड़ रुपए का खर्च आएगा। पहले राउंड के लिए 350 करोड़ रुपए जारी हो गए हैं। ऐशबाग से सीतापुर तक 80 किमी. के बदलाव के लिए डालीगंड सहित बीच के सभी स्टेशनों पर नए भवन का निमार्ण शुरू हो गया है।ए
एक मई से बिछाई जाएगी नई रेल लाइन
-आरवीएनएल के प्रोजेक्ट में ऐशबाग से सीतापुर तक मौजूदा स्टेशनों की स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
लांकि इटौंजा रेलवे स्टेशन को हॉल्ट बनाया जाएगा।
-पूर्वोत्तर रेलवे ने हॉल्ट पर स्टेशन बनाने का प्रस्ताव मंजूरी के लिए भेज दिया है।
-एक मई से पहले तक सभी स्टेशनों पर बिल्डिंग और बड़ी लाइन के लिए लंबे और ऊंचे प्लेटफॉर्म बनाने का काम शुरू हो जाएगा।
-एक मई से ही नई रेल लाइन बिछाने का काम भी शुरू होगा, जिसे 31 दिसंबर, 2016 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।