Lucknow: AISPLB ने भरी हुंकार, मुस्लिम धर्मगुरु बोले अब मुसलमान चुप नहीं बैठेगा

Lucknow News: इस सिलसिले में ऑल इण्डिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड का एक प्रतिनिधि मण्डल भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाक़ात कर यह स्पष्ट करेगा कि हम मुसलमान देश के कानून को मानते हैं और उस पर अमल करते हैं।

Written By :  Rahul Singh Rajpoot
Update: 2022-05-25 07:52 GMT

सिविल कोर्ट लागू करने के खिलाफ राष्ट्रपति 

Lucknow News: देश में सिविल कोर्ट लागू करने की खबरों और ज्ञानव्यापी प्रकरण समेत मुस्लिमों के अन्य मामलों को लेकर आज लखनऊ में ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की एक बड़ी बैठक हुई. जिसमें पूरे देश से मुस्लिम धर्मगुरु शामिल हुए. बैठक में मौलाना यासूब अब्बास ने बताया कि मीडिया के जरिए ऐसी सूचनायें आ रही हैं कि देश में यूनिफार्म सिविल कोड बन रहा है और उसे लागू किया जाएगा 

इस सिलसिले में ऑल इण्डिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड का एक प्रतिनिधि मण्डल भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाक़ात कर यह स्पष्ट करेगा कि हम मुसलमान देश के कानून को मानते हैं और उस पर अमल करते हैं। लेकिन कुछ मामले ऐसे हैं जिनका ताल्लुक हमारे धार्मिक मामलात से है जिनके हम पाबन्द हैं और देश के संविधान ने हमको उसकी इजाजत भी दी है। संविधान में कोई बदलाव देश के लिए मुनासिब नहीं होगा।

'धार्मिक स्थलों से क्यों छेड़छाड़ हो रही है'

मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि हिंदुस्तान एक ऐसा देश है जहां सुबह अजान होती है तो हनुमान चालीसा, रामायण भी होती है. हमारा देश गंगा, जमुनी तहजीब के लिए जाना जाता है. लेकिन पिछले कुछ समय से जिस तरह से मुसलमानों के खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है. वह इस देश के लिए अच्छा नहीं है. मुसलमानों को शक की नजर से क्यों देखा जा रहा है, हमारे धार्मिक स्थलों से क्यों छेड़छाड़ हो रही है. 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबका साथ सबका विकास का बात कही थी, लेकिन मुसलमानों के साथ अन्याय हो रहा है।

ऐसे में क्या ये सबका साथ सबका विकास कैसे हो सकता है. उन्होंने कहा मुसलमान अगर चुप बैठा है तो इसका मतलब यह नहीं कि वह कमजोर है हम अपने हक हुकूप के लिए लड़ेंगे. धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के सम्बन्ध में मौलाना ने कहा कि हमको अपने मुल्क के कानून और अदालत पर पूरा भरोसा है संसद ने 1991 में एक कानून पास किया जो वरशिप एक्ट 1991 है यह एक्ट हमको बताता है कि 15 अगस्त 1947 को जिन धार्मिक स्थलों की जो हैसियत थी वह उसकी हैसियत बरकरार रहेगी और उसके साथ किसी भी प्रकार की कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। अतः तमाम देश वासियों को वरशिप एक्ट 1991 को मानना चाहिए ।

हुसैनाबाद ट्रस्ट की सम्पत्तियां तबाह और बर्बाद हो रही हैं 

हिजाब के मसले पर मौलाना ने बताया कि इस्लाम औरत को इज्जत की निगाह से देखता है रास्ते का पत्थर ठोकर में रहता है लेकिन हीरा सुरक्षा में रहता है। हिजाब या पर्दा केवल इस्लाम धर्म में ही नहीं है बल्कि हिन्दु औरतें घूंघट निकालती हैं, सिख और इसाई धर्म में भी पर्दा है मौलाना ने कहा कि अगर स्कूल या कॉलेज में ड्रेस यूनिफार्म है तो मुसलमान बच्चियां यूनिफार्म को अपनाते हुए अगर सर से हिजाब करती है, तो इस में कोई परेशानी नहीं होना चाहिए।

हुसैनाबाद ट्रस्ट शियों का सबसे बड़ा ट्रस्ट है बड़ा इमाम बाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, भूलभूलैयाँ हुसैनाबाद ट्रस्ट के अर्न्तगत आती हैं। हुसैनाबाद ट्रस्ट की सम्पत्तियां तबाह और बर्बाद हो रही हैं। हुसैनाबाद ट्रस्ट में कोई कमेटी नहीं है इसलिए उ०प्र० सरकार हुसैनाबाद ट्रस्ट में स्कीम ऑफ मैनेजमेन्ट कमेटी को बनाए ताकि हुसैनाबाद ट्रस्ट की सुरक्षा हो सके।

मौलाना यासूब अब्बास ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुज़ारिश की है कि लखनऊ की जरदोज़ी का काम दूनियां भर में पसन्द किया जाता है. इसको बनाने वाले कारीगरों को उनकी मेहनत के पैसे नहीं मिल पाते जिससे उनको बहुत समस्याएं हैं. इसलिए उनकी समस्याओं पर ख़ास ध्यान दिया जाए और जरदोज़ी को एक इन्डस्ट्री घोषित किया जाए।

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