UP Election Result: बसपा में आकाश आनंद की जल्द होगी वापसी! मायावती के नेतृत्व पर उठ रहे सवाल

UP Election Result: लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद बसपा के भीतर चर्चा चल रही है जल्द ही आकाश आनंद की शानदार वापसी करवायी जा सकती है।

Report :  Jugul Kishor
Update:2024-06-07 09:02 IST

आकाश आनंद और मायावती (Pic: Social Media)

UP Election Result: 2024 के लोकसभा चुनावों में बहुजन समाज पार्टी को मिली करारी हार के बाद हड़कंप मचा हुआ है। बसपा के खराब प्रदर्शन के बाद मायावती के नेतृत्व पर सवाल खड़े हो रहे हैं। बता दें कि बसपा के लिए लोकसभा चुनाव के नतीजे विधानसभा चुनाव 2022 से भी बहुत खराब रहे हैं। विधानसभा में तो कम से कम पार्टी को एक सीट मिल गयी थी। लेकिन, लोकसभा के चुनाव में तो उसका खाता खुलना तो छोड़िए एक भी उम्मीद्वार ऐसा नहीं है जो दूसरे नंबर पर पहुंचा हो। ऐसी बुरी हालत पार्टी ने पहले कभी नहीं देखी थी। हाल ये है कि यूपी की सभी 80 सीटों में से हर जगह बसपा या तो तीसरे नंबर पर रही या चौथे नंबर पर पहुंच गई। 

चुनाव परिणाम आने के बाद मायावती ने पार्टी के वरिष्ठ अधिकारियों की रिपोर्ट तलब की है। माना जा रहा है कि रिपोर्ट मिलने के बाद हार का ठीकरा पार्टी के जोनल कोआर्डिनेटरों पर फोडा जा सकता है, क्योंकि प्रत्याशी चयन की जिम्मेदारी उनको ही सौंपी गई थी। इसके अलावा पार्टी को जिन सीटों पर दलित वोट बैंक भी हासिल नहीं हुआ, वहां के  जिलाध्यक्षों को हटाया जा सकता है। सूत्रों की मानें तो माया जल्द ही यूपी और अन्य प्रदेशों के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ हार की समीक्षा के लिए बैठक करेंगी।


यूपी की 14 सीटों पर बसपा को 50 हजार से भी कम वोट मिले

बसपा को लोकसभा चुनाव में यूपी की 14 सीटों पर 50 हजार से भी कम वोट मिले हैं। इनमें इलाहाबाद, अमेठी, बाराबंकी, देवरिया, डुमरियागंज, फैजाबाद, फर्रुखाबादे, कैसरगंज, कानपुर, लखनऊ, महराजगंज, वाराणसी, रायबरेली और नगीना शामिल हैं। इन सीटों पर बसपा प्रत्याशियों को दलित वोटरों ने पूरी तरह नकार दिया। अब इसकी वजहों की तलाश करने की तैयारी है।


आकाश आनंद की जल्द होगी वापसी

बहुजन समाज पार्टी सूत्रों की मानें तो नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद की भी दोबारा वापसी हो सकती है, ताकि नगीना सीट सीट से सांसद चुने गये चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी की ओर दलित युवाओं के झुकाव को रोका जा सके। आकाश ने अपनी चुनावी जनसभाओं में अपने तेवरों से युवाओं को काफी प्रभावित किया था। उनके प्रचार पर पाबांदी लगने के बाद से लगातार उनकी वापसी की मांग की जा रही है।


आकाश आनंद के चुनाव के बीच कतरे गए थे पर

दरअसल, लोकसभा चुनाव के आकाश आनंद ने सीतापुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बीजेपी सरकार पर निशाना साधा था। उन्होने कहा था कि यह बुलडोजर सरकार और गद्दारों की सरकार है। जो पार्टी अपने युवाओं को भूखा छोड़ती है और बुजुर्गों को गुलाम बनाती है वह आतंकवादी सरकार है। रैली के तुरंत बाद आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप में आकाश आनंद के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। मामला दर्ज होने के बाद बीएसपी ने बिना कोई कारण बताए पिछले दिनों आकाश आनंद की सभी प्रस्तावित रैलियों को स्थगित कर दिया था। इसके बाद मायावती ने आकाश आनंद को अपने उत्तराधिकारी और पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर के पद से यह कहते हुए हटा दिया था कि उनमें अभी राजनीतिक परिपक्वता नहीं है। 


लगातार टूट रही बसपा

बता दें कि साल 2012 के बाद से चुनाव दर चुनाव बसपा टूटती चली जा रही है। चौंकाने वाली बात तो ये है कि अब से पहले ये कभी नहीं कहा गया कि जाटव वोटबैंक में टूट हुई लेकिन, इस बार के चुनाव में वो भी देखने को मिला। जाहिर है, 2027 में होने वाला यूपी का अगला विधानसभा भी बसपा के लिए निराशाजनक ही रह सकता है। 

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