अखिल भारतीय क्षत्रिय कल्याण परिषद की जन चेतना यात्रा सम्पन्न
प्रदेश के अंदर अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण को लेकर साधु संत एक जुट हैं, और सरकार बैकफुट पर आ गई है। इस बीच एससी-एसटी कानून में बदलाव एवं प्रमोशन में जातिगत आरक्षण के विरोध में अखिल भारतीय क्षत्रिय कल्याण परिषद ने प्रदेश में अन्य संगठनों के साथ चल रहे लोक कल्याण जन संघर्ष अभियान के तहत जिले में शनिवार को जन चेतना यात्रा निकाल कर सरकार की नींद उड़ा दी है।
सुलतानपुर: प्रदेश के अंदर अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण को लेकर साधु संत एक जुट हैं, और सरकार बैकफुट पर आ गई है। इस बीच एससी-एसटी कानून में बदलाव एवं प्रमोशन में जातिगत आरक्षण के विरोध में अखिल भारतीय क्षत्रिय कल्याण परिषद ने प्रदेश में अन्य संगठनों के साथ चल रहे लोक कल्याण जन संघर्ष अभियान के तहत जिले में शनिवार को जन चेतना यात्रा निकाल कर सरकार की नींद उड़ा दी है।
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संगठन के संरक्षक अरविंद सिंह राजा ने शांतिपूर्ण आैर लोकतांत्रिक ढंग से जन चेतना यात्रा सम्पन्न कराने की जानकारी दी। मालूम हो कि भाजपा सरकार के जरिए सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को बदलकर एससी-एसटी कानून में बदलाव करने एवं प्रमोशन में जातिगत आरक्षण के विरोध में अखिल भारतीय क्षत्रिय कल्याण परिषद ने जन चेतना यात्रा निकालने का निर्णय लिया। संगठन के संरक्षक अरविंद सिंह राजा एडवोकेट ने बताया कि उनका विरोध किसी जाति या वर्ग विशेष से नहीं है, बल्कि प्रचलित व्यवस्थाओं से है। उनका कहना है कि प्रमोशन में आरक्षण का लाभ दलित,पिछड़े व अल्पसंख्यकों को ही जाति के आधार पर नहीं बल्कि सभी वर्ग के लोगों को उनकी आर्थिक स्थिति के आधार पर दिया जाना चाहिए।
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इसके अलावा एससी-एसटी एक्ट कानून में शीर्ष अदालत के फैसले को पलटकर केंद्र सरकार के जरिए किये गये परिवर्तन को भी उन्होंने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों को लेकर प्रदेश के 22 संगठनों के साथ 20 नवम्बर से लोक कल्याण जन संघर्ष अभियान के तहत जिले में शनिवार को जन चेतना रैली निकाली गई। संगठन ने अपनी मांगों को पूरा न हो जाने तक संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया है।
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