अखिलेश यादव का CM योगी पर हमला, कहा- सरकार से नाराज हैं 300 विधायक
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के तीन साल पूरे होने पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जमकर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कहा कि यह दमदार सरकार नहीं है, बल्कि ये निर्णय नहीं लेने वाली सरकार है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के तीन साल पूरे होने पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जमकर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कहा कि यह दमदार सरकार नहीं है, बल्कि ये निर्णय नहीं लेने वाली सरकार है। उन्होंने पूछा कि सरकार यह क्यों नहीं बताती है कि गन्ना किसानों का कितना बकाया है? उन्होंने कहा कि इस सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि 300 विधायक उससे नाराज हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि इस सरकार के तीन साल में भ्रष्टाचार और अपराध चरम सीमा पर पहुंच चुका है। अखिलेश यादव ने निशाना साधते हुए कहा कि सरकार को अपना संकल्प पत्र पलटना चाहिए। प्रदेश में अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर है। लखनऊ के आसपास ही महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। सरकार को तीन साल बाद तो इन्वेस्टर समिट की हकीकत बतानी ही चाहिए। जो काम तीन साल में नही हो पाया वो अब क्या होगा।
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उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ को सच बोलना चाहिए। मेट्रो को लेकर जो रट लिया वही बोल रहे है। वह सिर्फ यह ही बता दें कि गोरखपुर में मेट्रो कब शुरू होगी। कम से कम अपना एक भी काम तो गिना दें। अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी अब नवरात्रि के बाद अपने कार्यक्रमों को धार व रफ्तार देगी। देगी। पार्टी ने 23 मार्च से अपना साइकल चलाने कार्यक्रम निरस्त किया है। अब 22 अप्रैल से कार्यक्रम शुरू करेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ दमदार निर्णय लेने वाली सरकार नहीं है। यह सरकार किसानों के गन्ने के भुगतान को सबसे पहले गिनाती है। प्रदेश में वर्तमान समय में खाद समेत कई चीजें महंगी हुई हैं। किसान बेहाल है। यूपी में सबसे ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है। हमारी पार्टी के विधायकों ने महोबा का दौरा किया है। वहां पर 65 किसानों ने आत्महत्या की है।
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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ कोरोना वायरस के संक्रमण को महामारी मानने को ही तैयार नहीं हैं। इससे तो लगता है कि वह इससे कहर को लेकर जरा भी गंभीर नहीं हैं। प्रदेश के किसी भी अस्पताल में इसकी जांच की अच्छी सुविधा नहीं है। उन्होंने कहा कि न अस्पतालों में न दवाई है ना इलाज मिल पा रहा है। ऐसे में पीडि़त जनता कोरोना से कैसे मुकाबला करेगी।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार को जीरो डेवलपमेंट वाली सरकार बताते हुए कहा कि इस सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि 300 विधायक उससे नाराज हैं। उन्होंने सीएए के विरोध में घंटाघर पर बैठी महिलाओं से कोरोना के मद्देनजर धरना स्थगित करने के लिए अपील किए जाने के संबंध में कहा कि जो मुद्दा लेकर वह महिलाएं बैठी हैं वह कोरोना से ज्यादा गंभीर है। उन्होंने कहा कि इस कोरोना से तो बच जायेंगे, लेकिन भाजपा ने जो बीमारी दी है उसका इलाज जरूरी है।
अखिलेश ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि धरने पर बैठी महिलाए सतर्कता बरते और साफ सफाई का ध्यान दे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से भी अपील की कि इस समय महामारी का प्रकोप है जिसमें बचाव से ही बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि सपा ने सभी आंदोलन और क्षेत्र में होने वाले कार्यक्रम को नवरात्रि तक स्थगित कर दिया है।
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उन्होंने कोरोना को लेकर सरकार को गंभीर होने की सलाह देते हुए कहा कि अगर विपक्ष सहयोग दे तो सरकार को लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बीमारी में सरकार गरीबों की मदद करने की बात कह रही है, लेकिन वह कैसे ध्यान रखेगी जबकि सरकार के पास इसका कोई डाटा बेस ही नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हे लग रहा है कि यह किसी बडे़ घोटाले की तैयारी है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार इस समय बड़े ही बुरे दिन से गुजर रहा है, इस सरकार में भ्रष्टचार, गुंडाराज अपने चरम सीमा पर है। स्वास्थ सेवाओं का ये हाल है कि न इलाज है न ही दवाई उपलब्ध है। भाजपा के संकल्प पत्र में छह एम्स खोले जाने का वादा था। इसमें से गोरखपुर और रायबरेली के एम्स के लिए तो सपा सरकार ने ही जमीन उपलब्ध करा दी थी अब बीजेपी सरकार बताए कि बाकी एम्स कहा है।
उन्होंने कहा सरकार कह रही है कि हर जिले को मेडिकल कालेज देंगे तो सरकार बताये कि मेडिकल कालेज चल कौन सा रहा है। किसानों ने इस सरकार में सबसे ज्यादा आत्महत्या कि है केवल महोबा जनपद में 65 मृत किसानों से हमारे प्रतिनिधि मंडल के लोग मिले है लेकिन अभी तक मृतक किसानों के परिवार को सरकार द्वारा कोई भी सहायता प्राप्त नहीं हुआ है।
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सपा मुखिया ने कहा कि सरकार का दावा था कि किसानों की आय दोगुनी करेंगे तो कितने किसानों की आय दोगुनी हुई। 37 जिलों में ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से नुकसान हुआ है सरकार बताये कि कितने किसानों की मदद की गई। इस नुकसान के अलावा छुट्टा जानवरों ने किसानों की फसल का जो नुकसान किया है, सरकार उसकी भरपाई कब करेगी। उन्होंने कहा कि यूपी की बीजेपी सरकार गन्ना किसानों का करीब 12 हजार करोड़ रुपया बकाया है। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी वाले चीनी मिलें बेचने का आरोप लगाते हैं जबकि हकीकत यह है कि सबसे ज्यादा चीनी मिले समाजवादियों ने ही बनवाई है।
उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि उद्योग के लिए आपने क्या किया और यूपी इन्वर्टर सम्मिट में कितना धन आया और वो कौन सा बैंक है जिसने सहयोग प्रदान किया। सरकार एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने की बात कर रही है तो बतायो कि सरकार की ओर से इसके लिए कितना निवेश किया जा रहा है।