लखनऊ: पूर्वांचल के माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल (क्यूईडी) के सपा में विलय को लेकर मुलायम सिंह यादव परिवार के सदस्यों में टकराव दिख रहा है। मंगलवार को कौमी एकता दल के सपा में विलय का एलान कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव ने किया था, लेकिन देर रात ऐसी खबरों ने जोर पकड़ा कि सीएम अखिलेश यादव ने विलय पर रोक लगा दी है। इस बीच, अंदरखाने की खबर ये भी है कि अखिलेश ने सपा सुप्रीमो और अपने पिता मुलायम सिंह से चाचा शिवपाल यादव और रामगोपाल यादव की शिकायत भी की है।
इससे पहले विलय से नाराज अखिलेश ने इस मामले में अहम भूमिका निभाने वाले मंत्री बलराम यादव को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था। बता दें कि साल 2012 में बाहुबली डीपी यादव भी जब सपा में आना चाहते थे, तो अखिलेश ने उस वक्त भी डीपी को साथ लिए जाने का जोरदार विरोध किया था और डीपी यादव सपा का हिस्सा नहीं बन सके थे।
अखिलेश नहीं थे विलय के पक्ष में
गौरतलब है कि सीएम अखिलेश यादव माफिया मुख्तार अंसारी के दल के सपा में विलय के पक्ष में नहीं थे। सत्ता के गलियारे में बीते पखवाड़े जोर-शोर से चर्चा थी कि पूर्वांचल के मुस्लिमों को लुभाने के लिए समाजवादी पार्टी, कौमी एकता दल का विलय चाहती है, लेकिन सीएम अखिलेश के इस विलय के पक्ष में नहीं होने की वजह से गठजोड़ के कयासों पर संशय बरकरार था। जिस पर मंगलवार दिन में शिवपाल सिंह यादव ने विराम लगा दिया था।
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शिवपाल ने बताया था शुभ संकेत
इस विलय पर सपा मंत्री शिवपाल यादव ने कहा, आज अफजाल अंसारी की घर वापसी हुई है। उन्होंने इसे आगामी चुनाव में समाजवादी पार्टी के लिए शुभ संकेत बताया। कौमी एकता दल के अध्यक्ष अफजाल अंसारी सहित तमाम राष्ट्रीय पदाधिकारी और विधायक सिगबतुल्लाह अंसारी ने सपा में विलय की घोषणा की थी।
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अफजाल अंसारी ने की थी घोषणा
-मुख्तार के भाई और कौमी एकता दल के अध्यक्ष अफजाल अंसारी ने इस विलय की घोषणा की थी।
-वहीं कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव के साथ अफजाल ने प्रेस कांफ्रेस कर आगामी यूपी चुनाव में मदद की बात कही थी।
-अफजाल अंसारी ने कहा था कि अब वह सपा के लिए काम करेंगे।
-अफजाल अंसारी ने कहा था कि 1994 से सपा के झंडा तले हमने काम किया।
अराजकता फैलाने वालों से दूर रहेंगे
-डीपी यादव को पार्टी में लेने के सवाल पर शिवपाल ने कहा था कि कब्जा करने वाले और अराजकता फैलाने वालों से पार्टी दूर रहेगी।
-जिसका नाम आपने लिया है हम उनका नाम भी लेना पसंद नहीं करेंगे।
-शिवपाल ने कहा था कि अभी मुख्तार से बात नहीं हुई है। जितने नाम हमने लिए हैं उन्होंने ही पार्टी ज्वाइन की है।
-लोहियावादी, गांधीवादी और चौधरी चरण सिंह वादी जब एक हो जाएंगे, तो दूसरे दलों को कुर्सी नहीं मिलेगी।
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और क्या कहा गया था?
-प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अफजाल अंसारी ने मोदी सरकार की कमियां गिनाईं थीं।
-मोदी सरकार के खुराफात के नारे और भाईचारे को बिगाड़ने का काम किया जा रहा है
-हमारी पार्टी ने तय किया है कि आगामी चुनाव में हम वोटकटवा की भूमिका में नहीं रहेंगे।