अखिलेश के चचेरे भाई अभिषेक की जीत, जिपं सदस्य पद पर बीजेपी प्रत्याशी की हार

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के चचेरे भाई अभिषेक यादव उर्फ अंशुल जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में रिकॉर्ड वोटों से जीत की घोषणा की गई।

Reporter :  Uvaish Choudhari
Published By :  Monika
Update:2021-05-03 21:42 IST

अभिषेक यादव को मिली जीत (फोटो: सोशल मीडिया ) 

इटावा: समाजवादी पार्टी (samajwadi party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के चचेरे भाई अभिषेक यादव (Abhishek Yadav) उर्फ अंशुल जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में रिकॉर्ड वोटों से जीत (Won) की घोषणा की गई। उत्तर प्रदेश के इटावा (Etawah) जिले के सैफई द्वितीय सीट से जिला पंचायत सदस्य के रूप से अभिषेक यादव की जीत 16254 मतों से हुई है। इसके साथ ही अभिषेक के विरोधी भाजपा से प्रत्याशी अवनीश यादव को 6356 मत मिले हैं।

सैफई द्वितीय से 77 बूथ से सपा प्रत्याशी को कुल 22610 वोट मिले वहीं, भाजपा प्रत्याशी अवनीश यादव को 6356 वोट प्राप्त हुए। यह सभी बूथ सैफई के आसपास गांव के है जहां समाजवादी पार्टी से मतदाताओ ने खुलकर नाराजगी जाहिर की और भाजपा को वोट दिया। भाजपा प्रत्याशी ने समाजवादी पार्टी का गढ़ मुलायम सिंह यादव के गांव से भी वोट प्राप्त किए। सैफई के आस पास गांवों में भाजपा प्रत्याशी ने वोटों में खूब सेंध लगाई और बहुत ही दमदारी से चुनाव लड़ कर उसने 6356 मत प्राप्त किए है।

अभिषेक यादव ने जिला पंचायत चुनाव में मारी बाजी (फोटो: सोशल मीडिया) 

सैफई के आसपास के गांव में मतदाताओं ने भाजपा के पक्ष में मतदान करके अपनी नाराजगी साफ जाहिर की है। किसी समय सैफई गांव के आसपास जहां अन्य पार्टियों के पोलिंग एजेंट तक नहीं बनते थे न ही अन्य पार्टियों के बस्ते लगते थे, उन गांव में आज भारतीय जनता पार्टी को वोट मिल रहा है। भाजपा प्रत्याशी अवनीश यादव के चुनाव की कमान उनके भाई अजय यादव ने संभाली थी। अजय यादव राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े है।

जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर समाजवादी पार्टी का ही कब्जा 

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के चचेरे भाई अभिषेक यादव ने दावा किया है, कि एक बार फिर से जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर समाजवादी पार्टी का ही कब्जा होगा। अभिषेक यादव ने जिला पंचायत सीट पर काबिज होने के लिए अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव से गठबंधन करके चुनाव लडा। जिसमें सपा प्रसपा के उम्मीदवारो को रणनीति के तहत चुनाव मैदान मे उतारा गया था।

अभिषेक यादव अपनी पार्टी के साथ (फोटो: सोशल मीडिया) 

यह गठजोड़ तब किया गया जब भारतीय जनता पार्टी की ओर से यह कहा जाने लगा कि 1989 से जिला पंचायत अध्यक्ष सीट पर इस बार भाजपा का उम्मीदवार काबिज होगा। इटावा जिला पंचायत सदस्य के प्रारंभिक रुझानों की अगर बात की जाए तो समाजवादी पार्टी और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के गठबंधन के पक्ष में दिखाई दे रहे है। 2015 में शिवपाल सिंह के बड़े भाई राजपाल यादव के बेटे अभिषेक यादव समाजवादी पार्टी से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीत कर आए थे । 1989 से इटावा जिला पंचायत अध्यक्ष सीट पर मुलायम परिवार का कब्जा बरकरार चला आ रहा है।

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