अखिलेश यादव ने 2022 विधानसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं को दिए ये निर्देश
सपा अध्यक्ष ने मंगलवार को वीडियों कालिंग सिस्टम से प्रदेश में अपने वरिष्ठ कार्यकर्ताओं और नेताओं से संवाद कर उनसे क्षेत्रीय स्थिति की जानकारी ली।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा है कि वर्ष 2022 के चुनाव की तैयारियों में कहीं ढील न आने दें। बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करें। भाजपा सरकार ने नोटबंदी, जीएसटी के बाद लॉकडाउन से जनता को जितना परेशान किया है, उसकी लोगों से चर्चा करते रहे। कोरोना संकट में भी भाजपा ने अपनी द्वेषपूर्ण राजनीति से सपा कार्यकर्ताओं को पहले तो गरीबों, श्रमिकों की मदद करने से रोका फिर उनके खिलाफ मुकदमें भी दर्ज करा दिए। जनता की तबाही की यह कहानी जन-जन, घर-घर तक पहुंचनी चाहिए। उन्होंने संकट काल में सपा कार्यकर्ताओं द्वारा राहत कार्य करने पर उन्हें धन्यवाद दिया।
सपा अध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं को दिए निर्देश
सपा अध्यक्ष ने मंगलवार को वीडियों कालिंग सिस्टम से प्रदेश में अपने वरिष्ठ कार्यकर्ताओं और नेताओं से संवाद कर उनसे क्षेत्रीय स्थिति की जानकारी ली। पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सघन सम्पर्क और उनकी सक्रियता की मुहिम के तहत अखिलेश यादव ने वीडियों कालिंग पर संवाद किया। इससे पूर्व वे वाट्सअप ऐप से वार्ता कर चुके हैं। उन्होंने पार्टी संगठन, किसानों, श्रमिकों की दशा के बारे में जानकारी हासिल की। साथ ही उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को कोरोना संकट में पीड़ितों की मदद करने, उनको राहत पहुंचाने का काम करते रहने को कहा।
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इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चैधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल तथा एमएलसी एसआरएस यादव भी मौजूद रहे। अखिलेश के वीडियों कालिंग से संवाद की शुरूआत अयोध्या के पूर्व विधायक व पूर्वमंत्री पवन पाण्डेय से हुई इस अवसर पर उपस्थित अयोध्या में हनुमान गढ़ी के महन्त कल्याणदास ने उन्हें आशीर्वाद दिया। महन्त ने उनको वर्ष 2022 में मुख्यमंत्री बनने की भविष्यवाणी की तथा उनके मुख्यमंत्रित्वकाल में राज्य और अयोध्या में हुए विकास की भी चर्चा की। इसी क्रम में गोण्डा में पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह से जब सम्पर्क किया तब वह सेक्टर प्रभारियों की बैठक ले रहे थे। सपा मुखिया से सेक्टर प्रभारियों की बैठक में मौजूद कार्यकर्ताओं से भी संवाद किया।
कार्यकर्ताओं से संगठन को मजबूत करने पर की चर्चा
सपा अध्यक्ष ने सभी से पार्टी संगठन को मजबूत बनाने तथा जनता की परेशानियों में उनके साथ खड़े होने के लिए निर्देशित किया। इसी तरह कानपुर में सौरभ, तेजू व प्रधान सत्येन्द्र के बेटे से बात की। चंदौली में गुरू प्रकाश और बलिराम कार्यकर्ताओं की मीटिंग करते मिले उनसे पार्टी संगठन को मजबूती देने पर चर्चा हुई। उन्होंने गांवों में स्वच्छता, प्रवासी श्रमिकों के आने के बाद की स्थिति, बेरोजगारी और गरीबों तथा अल्पसंख्यकों को पेश आ रही दिक्कतों के बारे में भी जानकारी ली। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने हजारों कार्यकर्ताओं और नेताओं से सम्पर्क और संवाद के लिए पहले वाट्सअप ऐप और मंगलवार को वीडियों कालिंग का माध्यम चुना जो सस्ता और सुविधा जनक आधुनिक तरीका है।
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इसके विपरीत अपने धनबल और सत्ता बल के दम्भ में डूबी भाजपा ने बिहार में आयोजित वर्चुअल रैली पर 150 करोड़ खर्च किए। इस रैली में 72000 एलईडी स्क्रीन लगाई गई। अब पश्चिम बंगाल में भी महारिकार्ड बनाने वाली एक खर्चुअल रैली या वर्चुअल रैली पर अरबों का खर्च है। यह लोकतंत्र में स्वस्थ परम्परा को आहत करता है तथा विपक्षी दलों का मनोबल गिराने की साजिश है। दावा ये है कि ये चुनावी रैलियां नहीं है तो फिर बूथस्तर तक इन्हें पहुंचाने के प्रयास क्यों? दरअसल भाजपा झूठ का विश्वरिकार्ड बना रही है।