Akhilesh Yadav Jinnah Controversy: ओवैसी ने जिन्ना वाले बयान पर अखिलेश को दी सलाह, कहा पढ़ लीजिए

Akhilesh Yadav Jinnah Controversy: मुरादाबाद में गुरुवार की रात को आयोजित जलसे में ओवैसी ने जिन्ना वाले बयान पर अखिलेश यादव को सलाह देते हुए कहा कि अखिलेश जी पढ़ लीजिए सरदार पटेल, नेहरु, गांधी और जिन्ना सब बैरिस्टर थे।

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Published By :  Shashi kant gautam
Update:2021-11-11 23:39 IST

Asaduddin Owaisi

Akhilesh Yadav Jinnah Controversy: एआईएमआईएम की ओर से मुरादाबाद में गुरुवार की रात को आयोजित जलसे में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अखिलेश यादव ने जिन्ना का जिक्र किया, अखिलेश जी पढ़ लीजिए सरदार पटेल, नेहरु, गांधी और जिन्ना सब बैरिस्टर थे। भारत को तोड़ने वाले और पाकिस्तान को बनाने वाले का नाम जिन्ना था। उम्मीद है आप ऐसी गलती दोबारा नहीं करेंगे। अखिलेश यादव के बयान पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की प्रतिक्रिया।

हैदराबाद से सांसद और ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में शोषित वंचित समाज सम्मलेन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं आरएसएस, बीजेपी और सपा के लोगों को चुनौती देता हूं, जो पढ़ते नहीं हैं। देश का बंटवारा मुसलमानों के कारण नहीं जिन्ना के कारण हुआ। उस समय केवल वही मुसलमान वोट कर सकते थे, जो प्रभावशाली, नवाब या डिग्री धारक थे।

विभाजन के लिए कांग्रेस और उस समय के नेता जिम्मेदार 

ओवैसी ने कहा कि विभाजन के लिए कांग्रेस और उस समय के नेता जिम्मेदार थे। असदुद्दीन ओवैसी ने कासगंज में पुलिस हिरासत में युवक की मौत मामले में कहा कि कासगंज की घटना आपके सामने है। अल्ताफ के पिता को बताया गया कि थाने में उसके बेटे ने हुडी में रस्सी के सहारे 2.5 फीट ऊंचे पानी के नल से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। कासगंज पुलिस ने उसे मार गिराया। आप जांच करना नहीं, बल्कि हत्या करना जानते हैं।

एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को पीर का बाजार करुला में जनसभा को खिताब करते हुए मुसलमानों को अंदर तक झिंझोर दिया। उन्होंने मुसलमानों को 1980 में हुए दंगे की याद दिलाते हुए कहा तब से आज तक हालात नहीं बदले हैं और आज भी ठोंका जा रहा है। मुरादाबाद में जन सभा के दौरान ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस ने बिहार में मुसलामन को सीएम नहीं बनने दिया।

ओवैसी ने सरदार पटेल की तुलना जिन्ना से करने पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को आड़े हाथों लिया कहा मैं मुरादाबाद से अखिलेश यादव को बताना चाहता हूँ, भारत को तोड़ने वाले का नाम। ओवैसी ने कहा कि हिन्दुस्तान को तोड़ने वाले का नाम जिन्ना था। उन्होंने अखिलेश यादव को दोबारा पढ़ने की हिदायत दी। कहा कि मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को पढ़िए। ओवैसी ने कहा कि मैं संघ को चेलेंज करता हूँ। भारत का बंटबारा जिन्ना की बजह से हुआ। मुसलमानों को बदनाम करना झूठ है। भारत के दो टुकड़े हुए इसकी जिम्मेदार कांग्रेस है। बोले- हम भारत को अपना देश मानते हैं।

ओवैसी ने कहा कि आज कल सब जिन्ना के बारे में बात कर रहे हैं। आखिर उत्तर प्रदेश के चुनाव में जिन्ना कहां से आ गए। ओवैसी ने इशारो में जिन्ना को जिन्न बताया राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधा लोगों से कहा आरएसएस पूछा जाए तुम्हारा क्या रोल रहा अज़ादी में। क्योंकि आरएसएस के लोगों ने कहा था मत लो अंग्रेजों से पंगा।

मुरादाबाद के दंगे की याद दिलाई

ए आई एम आई एम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने 1980 में मुरादाबाद में हुए ढंग की याद दिलाते हुए कहा कि मुरादाबाद में ईदगाह में ईद के दिन फायरिंग हुई। 300 मुसलमान मारे गए थे। कांग्रेस के दौर में ईदगाह कांड हुआ था। उन्होंने मुसलमानों को तारीख याद दिलाते हुए पूछा कि तुम तारीख भूल गए और जो तारीख भूल जाते हैं तो तारीख दोहराई जाती है। कहा कि गोलियां चलाई गई थी। 300 मुसलमान मारे गए थे।

ओवैसी ने कहा कि आज भी हालात नहीं बदले हैं। 1980 से 2021 तक कोई हालात नहीं बदले। आज भी ठोका जा रहा है। कहा कि गोरखपुर एक घर में घुसकर तोड़फोड़ की गई। बाबा की पुलिस पकिस्तान का झंडा बता रही है। इनको जहां हरा दीखता है यह लाल हो जाते हैं। इसी के साथ ओवैसी ने सपा बसपा और कांग्रेस पर को आड़े हाथ लिया और कहा कि जब मुसलमानों का घर टूटता है न अखिलेश बोलते न माया और न कांग्रेस बोलती। कहा कि हरे झंडे के नाम पर नफरत फैला दी गई।

कासगंज की पुलिस को शैतान

बोले कासगंज की पुलिस को इनाम मिलना चाहिए। 2.5 फिट की टोटी से सुसाइड बता रही है। उन्होंने इसके लिए कासगंज की पुलिस को शैतान की संज्ञा दी और कहा कासगंज की पुलिस शौतान की पहली औलाद है। बोले- आप एक हो जाओगे तो 21 प्रतिसत लोगो की कयादत हो जायेगी। बहुत जुल्म हो चुका है। क्योंकि अखिलेश यादवों के लीडर, मायावती जाटवों के लीडर, योगी आदित्यनाथ ठाकुरों के लीडर, ओमप्रकाश राजभर राजभरों को नहीं बैच रहे हैं

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