Akhilesh Yadav: अखिलेश यादव ने डेपुटेशन पर आए अफसरों पर लगाए गंभीर आरोप, बोले देश भर में यूपी पुलिस की छवि बिगाड़ रहे

Akhilesh Yadav: अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है की "यूपी में दूरदराज से जो अधिकारी डेपुटेशन पर आए हैं, उनका मकसद क्या प्रदेश को सरेआम लूटना ही है। जनता से को लूटा जा रहा है, उसका हिस्सा किस किस को जा रहा है?

Report :  Sunil Mishraa
Update: 2023-01-16 11:25 GMT

Akhilesh Yadav Serious allegations deputation officers (Social Media)

Akhilesh Yadav: पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को यूपी पुलिस पर हमला बोला। उन्होंने डेपुटेशन पर यूपी आए दूसरे कैडर आईपीएस अफसरों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। हालाकि बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा समाजवादी पार्टी की सरकार फले फूले अपराधियों पर शिकंजा कसने की वजह से अखिलेश घबराए हुए हैं।

अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है की "यूपी में दूरदराज से जो अधिकारी डेपुटेशन पर आए हैं, उनका मकसद क्या प्रदेश को सरेआम लूटना ही है। जनता से को लूटा जा रहा है, उसका हिस्सा किस किस को जा रहा है? ऐसे अधिकारी पूरे देश में उप्र पुलिस की छवि बिगाड़ रहे हैं। इनकी तुरंत जांच कर मूल राज्य में 'प्रदेश वापसी' हो। अखिलेश के इन अल्फाजों से साफ हो रहा है की वो अफसरों के भ्रष्टाचार में शासन तक के हिस्सेदारी का आरोप लगा रहे हैं।

विधायकों पर शिकंजा कसने के बाद उठाए सवाल

अखिलेश के इस ट्वीट के बाद बीजेपी ने उनपर पलटवार करते हुए उल्टा आरोप लगाया है। बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी का कहना है की समाजवादी पार्टी की सरकार में जो अपराधी फल फूल रहे थे बीजेपी उनपर शिकंजा कस रही है। इसकी वजह से अखिलेश घबराए हुए हैं। दरअसल रामपुर में आजम खान के बाद कानपुर में सपा विधायक इरफान सोलंकी पर हुई पोलिसिया करवाई के बाद अखिलेश के इस ट्वीट के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। बीजेपी की तरफ से आरोप लगाए जा रहे हैं की विधायकों पर करवाई से घबराए अखिलेश हुए हैं।


कानपुर में तैनात आईपीएस से चल रही तनातनी

दरअसल कानपुर विधायक इरफान सोलंकी पर हुई कारवाइयों के बीच वहा तैनात एक आईपीएस अधिकारी से सपा की सीधी तनातनी हो गई है। यह अधिकारी भी डेपुटेशन पर यूपी आए हैं। उस अफसर की वजह से इरफान की मुश्किलें हर रोज बढ़ती जा रही हैं। माना जा रहा है की गले की हड्डी बने इस अफसर पर निशाना साधते हुए ही अखिलेश ने डेपुटेशन पर आए अफसरों पर यह गंभीर आरोप लगाए हैं।

सपा सरकार में आयातित आईपीएस ने कराई थी किरकिरी

अखिलेश के इस ट्वीट के बाद उनकी सरकार में डेपुटेशन पर आए अफसरों को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। एक तरफ जहां नौकरशाही में इसका विरोध हो रहा है वही बीजेपी की तरफ से कहा जा रहा है की अखिलेश सरकार में डेपुटेशन पर आए कानपुर व लखनऊ में तैनात रहे एक आईपीएस की कारगुजारियां जग जाहिर हैं। उनकी तैनाती के दौरान फर्जी खुलासों से लेकर वसूली तक का आरोप झेलने के बाद उन्हें वापस किया गया था।

सुविधा के लिए डेपुटेशन लेते हैं अधिकारी

डेपुटेशन की व्यवस्था अफसरों की सुविधा के लिए बनाई गई है। नियम के मुताबिक अफसर की सिफारिश पर केंद्र सरकार की अनुमति पर उन्हें मूल कैडर से निर्धारित समय के लिए दूसरे राज्य में भेजा जाता है। यह अवधि अधिकतम तीन साल होती है। हालाकि पति पत्नी में कोई एक जिस कैडर में है दूसरे का कैडर बदलकर उसे भी उसी राज्य में स्थाई तैनाती दी जा सकती है।

अखिलेश के इस ट्वीट के बाद उनकी सरकार में डेपुटेशन पर आए अफसरों को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। राज्य सभा सांसद व पूर्व डीजीपी बृजलाल ने कहा कि क्या अखिलेश यादव ये भूल गए है कि वो महाराष्ट्र से लुटेरे आईपीएस अधिकारी को यूपी लाये थे। उसने कानपुर व लखनऊ में तैनाती के दौरान जम कर लूट खसोट की थी। योगी सरकार में तो भ्र्ष्टाचार करने वाले आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। प्रयागराज में तैनात रहे तमिलनाडु कैडर के आईपीएस अधिकारी के खिलाफ मुकदमा तक लिखवाया गया है। बृजलाल कहते है कि यह अफसोस है कि देश के सबसे मजबूत पुलिस बल के खिलाफ इस तरह का पूर्व मुख्यमंत्री आरोप लगा रहे है।

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