UP Politics: अखिलेश का मायावती पर दो टूक सवाल, कांग्रेस को साफ करना पड़ा रुख, INDIA गठबंधन की बैठक में बसपा से गठजोड़ से इनकार
UP Politics: अखिलेश यादव के इस बयान के बाद कांग्रेस बैकफुट पर आती हुई दिखी और पार्टी की ओर से स्पष्ट किया गया कि कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के साथ हाथ मिलाने का कोई इरादा नहीं है।
UP Politics: इंडिया गठबंधन की मंगलवार को हुई बैठक के दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में बसपा के साथ कांग्रेस की बातचीत का मुद्दा उठाया। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि कांग्रेस को इस बाबत अपना रुख स्पष्ट करना होगा क्योंकि ऐसी स्थिति में उत्तर प्रदेश में सपा के साथ तालमेल नहीं हो सकता। अखिलेश यादव के इस बयान के बाद कांग्रेस बैकफुट पर आती हुई दिखी और पार्टी की ओर से स्पष्ट किया गया कि कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के साथ हाथ मिलाने का कोई इरादा नहीं है।
मध्य प्रदेश के चुनाव में भी दिखी थी तल्खी
दरअसल कुछ समय पूर्व मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस और सपा के रिश्तों में काफी तल्खी नजर आई थी। मध्य प्रदेश में सपा और कांग्रेस के बीच तालमेल नहीं हो सका था। इसके बाद सपा ने 69 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए थे।
सीटों पर समझौते की बातचीत फेल होने के बाद सपा और कांग्रेस नेताओं के बीच तीखी बयानबाजी भी हुई थी। कांग्रेस की ओर से कमलनाथ और यूपी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने तीखे बयान दिए थे जबकि सपा की ओर से अखिलेश और अन्य नेताओं ने उन बयानों का उसी तल्खी से जवाब भी दिया था।
कांग्रेस से रुख साफ करने की अखिलेश की मांग
ऐसे में इंडिया गठबंधन की बैठक के दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कांग्रेस से अपना रुख साफ करने का अनुरोध किया। अखिलेश यादव ने कांग्रेस से सवाल किया कि क्या इंडिया गठबंधन से इतर कांग्रेस की बसपा के साथ गठजोड़ को लेकर कोई बातचीत चल रही है? क्या कांग्रेस बसपा को भी इंडिया गठबंधन में शामिल करना चाहती है?
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को पहले इस मुद्दे पर अपना रुख साफ करना होगा क्योंकि यदि कांग्रेस की बसपा के साथ कोई बातचीत चल रही है तो हमें भी अपना स्टैंड लेना होगा। उत्तर प्रदेश में बसपा के साथ सपा को किसी भी प्रकार का तालमेल मंजूर नहीं है। अखिलेश के साथ इंडिया गठबंधन की बैठक में मौजूद रामगोपाल यादव का भी यही कहना था।
कांग्रेस नहीं मिलाएगी बसपा से हाथ
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने तल्ख अंदाज में अपनी बातें कहीं। इसके बाद कांग्रेस को अपना रुख साफ करना पड़ा। कांग्रेस की ओर से जवाब देते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के साथ हाथ मिलाने का कोई इरादा नहीं है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अखिलेश यादव की अगुवाई में ही चुनावी अखाड़े में उतरेगी। वैसे हाल के दिनों में इस तरह की चर्चाएं सियासी हलकों में सुनी गई हैं कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और अन्य नेता बसपा नेताओं से संपर्क साधने में जुटे हुए हैं। इसी के बाद अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर कांग्रेस से दो टूक सवाल पूछा था।
प्रदेश कांग्रेस के नेताओं में मतभेद
वैसे इंडिया गठबंधन की बैठक से एक दिन पूर्व यूपी कांग्रेस के नेताओं के साथ कांग्रेस हाई कमान ने महत्वपूर्ण बैठक की थी। इस बैठक के दौरान यूपी कांग्रेस के नेताओं के बीच साफ तौर पर मतभेद दिखा था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय की अगुवाई में कुछ नेताओं की ओर से बसपा से तालमेल की वकालत की जा रही थी जबकि प्रमोद तिवारी की अगुवाई में कई अन्य नेताओं का मानना था कि कांग्रेस को समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करके चुनावी अखाड़े में उतरना चाहिए।
कांग्रेस ने दूर की अखिलेश की शिकायत
अखिलेश यादव कांग्रेस के इस रुख को लेकर नाराज दिख रहे थे कि इंडिया गठबंधन में कांग्रेस और सपा के शामिल होने के बावजूद बसपा के साथ गठबंधन की चर्चाएं क्यों की जा रही हैं। दूसरी ओर मायावती इंडिया गठबंधन से दूरी बनाकर चल रही हैं। वे भाजपा के साथ ही कांग्रेस पर भी तीखा हमला करने में जुटी हुई हैं। अखिलेश की शिकायत को दूर करने के लिए अब कांग्रेस ने सपा के साथ चुनावी अखाड़े में उतरने का रुख साफ कर दिया है।