एकेटीयू बाराबंकी में खोलेगा फार्मेसी इंस्टीट्यूट, शिलान्यास कार्यक्रम सम्पन्न
फार्मेसी इंस्टीट्यूट की चहारदीवारी का शिलान्यास विवि के कुलपति प्रो. पाठक के कर कमलों से सम्पन्न हुआ।
लखनऊ। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि के घटक संस्थान आईईटी, लखनऊ में रविवार को विवि के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में नवनिर्मित अकादमिक, आवासीय भवनों का लोकार्पण एवं बाराबंकी स्थिति भूमि की चारदीवारी का शिलान्यास कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
इन नव निर्मित भवनों में आईईटी स्थित मेकेनिकल इंजीनियरिंग, केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के अकादमिक भवन, विभागीय सेमीनार हाल, विवि परिसर स्थित आवासीय भवन शामिल हैं| भवनों का लोकार्पण एवं चहारदीवारी का शिलान्यास विवि के कुलपति प्रो. पाठक के कर कमलों से सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर आईईटी के निदेशक प्रो. विनीत कंसल ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में आईईटी के सभी लंबित निर्माण कार्य सम्पन्न हुए हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में आईईटी में इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी नहीं है।
विवि के कुलसचिव नन्द लाल सिंह ने कहा कि विवि के कुलपति प्रो पाठक के अथक प्रयासों का नतीजा है कि आईईटी में अकादमिक एवं शोध सम्बन्धी कार्यों में गुणवत्ता आई है। उन्होंने कहा विवि आईईटी के विकास में हर संभव मदद करता रहेगा।
केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. धनंजय सिंह ने कहा कि पिछले बीस वर्षों से वह अपने विभाग के भवन के लिए प्रतीक्षा कर रहे थे। आज वह प्रतीक्षा समाप्त हो गयी है। उन्होंने कहा कि अब विभाग में शोध और नवाचार को नयी उचाईयों पर ले जाने में मदद मिलेगी। मेकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. शैलेन्द्र सिन्हा ने कहा कि विवि के कुलपति प्रो. पाठक के प्रयासों का परिणाम है कि विभाग के भवन का कार्य पूर्ण हो सका है। आईईटी के कुलसचिव डॉ. प्रदीप बाजपेई ने कहा कि वर्तमान में आईईटी परिसर में आधुनिकतम इंजीनियरिंग संस्थानों के बराबर का इन्फ्रास्ट्रक्चर और संकाय सदस्य हैं।
विवि के कुलपति प्रो. पाठक ने कहा कि आईईटी को प्रदेश के उत्कृष्टतम संस्थान बनाने के लिए प्रयास रहा है। उन्होंने कहा कि आईईटी के पास संसाधनों की कमी न रहे इसके लिए विवि हमेशा प्रयास करता है। उन्होंने कहा कि मकैनिकल इंजीनियरिंग, केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के भवन बन जाने के बाद अब संस्थान को मेकाट्रोनिक्स और केमिकल इंजीनियरिंग में नवीन सेल्फ फाइनेंस कोर्स संचालित करने के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि संस्थान में मकैनिकल इंजीनियरिंग और केमिकल इंजीनियरिंग विभाग की चौथी पीढ़ी की आधुनिक प्रयोगशालाओं के निर्माण के लिए कार्य किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विवि के आवासीय भवन के निर्माण से कर्मचारियों को निश्चित ही लाभ होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि बाराबंकी स्थित विवि की भूमि की चारदीवारी के कार्य का भी शिलान्यास एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा विवि बाराबंकी स्थित भूमि पर फार्मेसी इंस्टीट्यूट स्थापित करने का कार्य करेगा। कार्यक्रम में विवि के समस्त डीन, अधिकारी एवं कर्मचारियों ने ऑनलाइन प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के अंत में विवि के सम्पत्ति प्रभारी आशीष मिश्र ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. जेबी श्रीवास्तव ने किया।