Aligarh News: आस्था या अंधविश्वास? शिवलिंग में दिखाई दी भगवान शिव की आकृति, भक्तों का उमड़ा सैलाब
Aligarh News: शिवलिंग में साक्षात दर्शन दे रहे भगवान शिव को देखने के लिए लोगों का जनसैलाब मंदिर में उमड़ पड़ा।
Aligarh News: आस्था या अंधविश्वास! जिसने भी सुना कि हसनपुर गांव के प्राचीन शनि देव मंदिर में विराजमान शिवलिंग में साक्षात भगवान शिव दिखाई दे रहे हैं। हर कोई शनिदेव मंदिर की तरफ दौड़ पड़ा। ये खबर मिनटों की सेकेंडो में जंगल में लगी आग की तरह आसपास के क्षेत्र में फैल गई। शिवलिंग में साक्षात दर्शन दे रहे भगवान शिव को देखने के लिए लोगों का जनसैलाब मंदिर में उमड़ पड़ा। गुरुवार को सुबह से ही लोग शिवलिंग में भगवान शिव के साक्षात दर्शन करने के लिए मंदिर में पहुंच गए। शनि देव मंदिर में सुबह से ही भक्तों का ताता लगा हुआ है। शिवलिंग में भगवान शिव की आकृति देखने के बाद लोग इस चमत्कार को देख आश्चर्यचकित हैं। मंदिर के पुजारी का कहना है कि भगवान शिव और शनि की कृपा से क्षेत्र में अब इस मंदिर का नाम होगा।
जानकारी के अनुसार, जनपद अलीगढ़ की तहसील गभाना क्षेत्र के गांव हसनपुर में प्राचीन शनि देव मंदिर में गुरुवार की सुबह लोगों का जनसैलाब मंदिर प्रांगण में उमड़ पड़ा। आसपास के क्षेत्र के लोगों को जैसे ही पता चला कि शनि देव मंदिर में विराजमान शिवलिंग में भगवान शिव साक्षात दर्शन दे रहे हैं। इसके बाद यह खबर जंगल में लगी आग की तरह फैल गई। सैकड़ों की तादाद में लोगों का साक्षात भगवान शिव की आकृति को देखने के लिए उमड़ पड़े।
क्या है पुजारी का कहना?
शनिदेव मंदिर के पुजारी स्वामी नारायण देव का कहना है कि गुरुवार की सुबह उनको शनिदेव मंदिर के अंदर विराजमान शिवलिंग में उनको साक्षात भगवान शिव की आकृति दिखाई दी। इस खबर को सुनते ही हजारों हजार की तादाद लोग इस चमत्कार को देखने के लिए मंदिर में शिव की आकृति के साक्षात दर्शन करने पहुंच गए। शिवलिंग में भगवान शिव ने लोगों को अपनी आकृति दिखाई। पुजारी का कहना है कि शिव भक्तों पर भगवान शिव कृपा बरसा कर अपने आप अपनी आकृति को दिखा रहे हैं। इसको देखकर लोग आश्चर्यचकित हैं।
लोग आश्चर्यचकित
मंदिर के पुजारी का कहना है कि सुबह से ही भगवान शिव की आकृति को देखने के लिए आसपास के क्षेत्रों के लोग मंदिर में पहुंच रहे हैं। आश्चर्यचकित चमत्कार को देखने के बाद वह बहुत ही खुश हैं। शिवलिंग में शिव की आकृति दिखाई देने के बाद शनि ओर शिव की कृपा से क्षेत्र में अब उनके इस मंदिर का एक अलग ही नाम होगा।