अलीगढ़ः एएमयू के वाइस चांसलर लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) जमीरुद्दीन शाह ने आरएसएस के मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की ओर से कराए गए इफ्तार पार्टी में खुद के शामिल होने पर कहा है कि जानबूझकर उन्होंने इफ्तार में शामिल होने का फैसला किया। बता दें कि जमीरुद्दीन के इफ्तार में जाने की काफी आलोचना हुई थी। जमीरुद्दीन शाह ने ये भी कहा कि अगर मुसलमान मोदी सरकार की अनदेखी करेंगे तो इससे नुकसान होगा।
जमीरुद्दीन शाह ने क्या कहा?
-एक्टर नसीरुद्दीन शाह के बड़े भाई जमीरुद्दीन शाह ने कहा कि हमें उन लोगों के बारे में पता होना चाहिए जो एएमयू के मामले में प्रभावित हो सकते हैं।
-उन्होंने कहा कि हमें स्वाभिमान को ताक पर रखे बिना बातचीत का दरवाजा खुला रखने की जरूरत है।
-वीसी ने कहा कि मुसलमानों ने बतौर पीएम मोदी को स्वीकार कर लिया है।
-अंतरराष्ट्रीय मामलों में भारत का प्रभाव बढ़ा है, अगर मुसलमान मौजूदा सरकार की अनदेखी करेंगे तो ये नुकसान करेगा।
सर सैयद का दिया उदाहरण
-जमीरुद्दीन शाह ने एएमयू के संस्थापक सर सैयद अहमद का भी उदाहरण दिया।
-उन्होंने कहा कि सर सैयद ने वक्त की नब्ज पहचान कर मुस्लिमों के लिए काम किया।
-ब्रिटिश सरकार का करीबी होने की वजह से उस वक्त सर सैयद की भी काफी आलोचना हुई थी।
-सर सैयद की कोशिशों से ही मुसलमान मुख्यधारा में लौट सके और एएमयू बन सका।