Aligarh News: डॉक्टर की गैर मौजूदगी में कंपाउंडर बना डॉक्टर! बच्चे को गलत इंजेक्शन लगाने से मौत, परिजनों ने किया हंगामा

Aligarh News: मृतक बच्चे के पिता लोकेश की तहरीर पर पुलिस ने अस्पताल के दो लोगों को हिरासत में ले लिया है। साथ ही बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

Update: 2023-11-05 05:44 GMT

Aligarh News (Newstrack)

Aligarh News: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जनपद के क्वार्सी थाना क्षेत्र में देर रात डॉक्टर की गैरमौजूदगी में कंपाउंडर ने एक बच्चे को गलत इंजेक्शन लगा दिया। जिससे बच्चे की मौत हो गई, ये आरोप बच्चे के परिजनों ने लगाया है। बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया है। अस्पताल परिसर में परिजनों के द्वारा किए जा रहे हंगामे की सूचना पर इलाका पुलिस पहुंच गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने परिवार के लोगों को अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद मामला शांत

पांच दिन से बीमार था बच्चा

वहीं, इस मामले पर मृतक बच्चे के परिवारीजन लोकेश आर्य का कहना है कि उसके परिवार के एक बच्चे की पिछले 5 दिन से तबीयत खराब चल रही थी। शुक्रवार को बच्चे को ज्यादा दस्त होने पर थाना क्वार्सी क्षेत्र के रामघाट रोड स्थित अस्पताल में लेकर पहुंचे। अस्पताल में डॉक्टर मौजूद नहीं थे। अस्पताल में मौजूद कंपाउंडर ने बच्चे को दस्त की दवाई देकर वापस घर भेज दिया। लेकिन, इसके बाद जब बच्चे को आराम नहीं मिला तो परिजन दोबारा बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंच गए। जहां कंपाउंडर ने बच्चे को दस्त रोकने की दवाई दी। लेकिन इस दौरान बच्चे के दस्त में कोई आराम नहीं मिला। जिस पर परिवार के लोग उसको फिर अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां कंपाउंडर ने दस्त की दवाई देते हुए कहा कि अगर इस दवाई से बच्चे को कोई फायदा नहीं पहुंचे तो इस दवाई की डबल डोज बच्चे को खिला देना। बच्चे को आराम मिल जाएगा। 

कंपाडर पर दवाई का हैवी डोज देने का आरोप

मृतक बच्चे के परिजनों का कहना है कि दवाई की हैवी डोज देने के बाद बच्चे के दस्त तो बंद हो गए। लेकिन, दस्त के बाद उसको बुखार की शिकायत हो गई। इस पर परिवार के लोग शनिवार की देर शाम में बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टर की गैर मौजूदगी में कंपाउंडर ने बच्चे को दवाई देते हुए उपचार शुरू कर दिया। कंपाउंडर द्वारा दी गई दवाई से बच्चे की तबीयत खराब होने लगी। जिसके बाद कंपाउंडर ने पल्ला झाड़ते हुए बच्चे को दूसरे जगह ले जाने की सलाह दी। परिजन बच्चे को बाहर लेकर निकले लेकिन मौत हो गई। इसके बाद बच्चे के परिजनों ने कंपाउंडर पर गलत दवाई देने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया।

वहीं, इस मामले में कंपाउंडर का कहना है कि डॉक्टर की गैर मौजूदगी में आने वाले मरीजों का उसके द्वारा ही उपचार किया जाता है। वह पिछले पच्ची सालों से मरीजों का उपचार कर रहा है। वहीं बच्चे की मौत पर कंपाउंडर ने कहा मानता हूं बच्चे का कई दिनों से अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन बच्चे को दिमागी बुखार था, जिसकी उसे दवा दी गई है। उसके द्वारा कोई गलत दवा नहीं दी गई। वहीं परिजनों का आरोप है कि कंपाउंडर के द्वारा बच्चे को गलत इंजेक्शन लगाया गया, जिसके कारण बच्चे की मौत हुई है।

पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया

मृतक बच्चे के पिता लोकेश की तहरीर पर पुलिस ने अस्पताल के दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। साथ ही बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आरोपी कंपाउंडर के खिलाफ कार्रवाई की


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