Aligarh News: जनता की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर पा रहे खैर विधायक सुरेन्द्र दिलेर, लोगों ने जाहिर की नाराजगी
Aligarh News: चुनाव के समय जनता से किए वायदों को अब खैर विधायक ने दर किनार करना शुरू कर दिया और अपने फायदे के कार्यो में अपना ध्यान तेज कर दिया है।;
Aligarh News: खैर विधानसभा की जनता ने जिस आशा, उम्मीद और विश्वास से खैर से सुरेन्द्र दिलेर को वोट देकर विधानसभा पहुंचाया था! जनता की उस अपेक्षा पर खैर विधायक खरा नही उतर पा रहे है। हर समय चापलूसों से घिरे रहने वाले खैर विधायक के प्रति धीरे-धीरे लोगों की नाराजगी बढती जा रही है। चुनाव के समय जनता से किए वायदों को अब खैर विधायक ने दर किनार करना शुरू कर दिया और अपने फायदे के कार्यो में अपना ध्यान तेज कर दिया है।
बता दें कि पूर्व में खैर विधायक रहे। अनूप प्रधान ने दो बार खैर की जनता के विश्वास को जीत कर विधायक सीट पर कब्जा किया था उनके दरवाजे खैर की जनता के लिए। हर समय खुले रहते थे! तथा प्रत्येक व्यक्ति के फोन को उठाना या व्यस्त होने पर अपने पीआरओ से उठवाते थे और आवश्यकतानुसार बाद में स्वंय भी फोन कर संबंधित की कुशलक्षेम पूछते थे। किन्तु खैर विधायक सुरेंद्र दिलेर ने अपने बाबा व अपने समय के लोकप्रिय सांसद किशनलाल दिलेर व अपने पिता व क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद व विधायकों में शुमार रहे। स्वर्गीय राजवीर दिलेर की छवि को दर किनार कर जनता से दूरी बनाना शुरू कर दिया है। लोगों का आरोप है कि जनता की मुख्य समस्याओं को छोडकर उन्होंने अपने सिस्टम को ठीक करना शुरू कर दिया है।
खैर में भीषण जाम की समस्या से जनता को निजात दिलाने के लिए प्रदेश स्तर पर बात करने के वजाय लोक निर्माण विभाग के गैस्ट हाउस में कुछ चाटुकारों के बीच अधिकारियों के साथ बैठक कर व बैठक को समाचार पत्रों में प्रकाशित कराकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर रहे है। जनता का कहना है! कि विधायक जी अभी तो केवल आप ढाई वर्ष के ही विधायक है। अगर यही सूरते हाल रहा तो 2027 में विधानसभा पहुंचना असंभव हो जाएगा। क्यों कि अगर जनता विधायक चुन सकती है, तो विरोध स्वरूप हरा भी सकती है! जैसे पूर्व में कई लोगों को दूसरी बार मौका नही दिया! अब देखना यह है कि खैर विधायक जनता से निकटता बनाकर 2027 को फतह करना चाहते है! या दूरिया बनाकर 2027 का मौका गंवाते है! जब उनसे इस बारे में वार्ता करने के लिए! फोन किए जाता है! तो वह उनका फोन रिसीव ही नहीं होता है।