Aligarh: गिरफ्तार ISIS आतंकी अब्दुल्ला-माज के चौंकाने वाले खुलासे, टेलीग्राम ऐप से जुड़ते थे छात्र...करता था माइंडवॉश
ISIS Terrorist Arrested in UP: एटीएस पूछताछ में पता चला है कि ये युवक टेलीग्राम ग्रुप के जरिए छात्रों को जोड़ा करते थे। इस ग्रुप में 80 युवकों को शामिल किया गया था। इनका संबंध सीरिया में बैठे आईएसआईएस हैंडलर्स से था।
UP ATS News: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से अरेस्ट आईएसआईएस आतंकी अब्दुल्ला और माज से एटीएस टीम लगातार पूछताछ कर रही है। पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) की पूछताछ में वजीहुद्दीन द्वारा बनाए गए टेलीग्राम ऐप के ग्रुप के बारे में भी कई जानकारियां हासिल हुई है। इस ग्रुप में 80 कट्टरपंथी युवाओं को जोड़ा गया था। इनकी बात सीरिया में बैठे आईएसआईएस हैंडलर्स से कराई जाती थी।
एटीएस की पूछताछ में अब्दुल्ला ने बताया कि, वह प्रोफेसर वजीहुद्दीन (Professor Wajihuddin) के साथ अलीगढ़ और आसपास के जिलों में होने वाली बैठकों में जाकर नए युवाओं का माइंड वॉश करता था। अर्सलान ने पूछताछ में ये भी बताया कि, काफी कम समय लगे लेकिन उसने वजीहुद्दीन का भरोसा जीत लिया था। जिसके बाद वजीहुद्दीन ने उसकी मुलाकात 'पुणे मॉड्यूल' से जुड़े सदस्य शाहनवाज और रिजवान से करवायी थी। एटीएस इन्हें रिमांड पर लेकर अर्सलान और माज बिन तारीख का सामना वजीहुद्दीन से कराया। साथ ही, अलग-अलग जवाबों का मिलान किया।
यूपी, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के युवा जुड़े थे
ATS को प्राप्त जानकारी के अनुसार, आईएसआईएस के पुणे मॉड्यूल के सदस्य शाहनवाज और रिजवान को दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ़्तारी के बाद ही टेलीग्राम ऐप पर ग्रुप बनाया गया था। ये ग्रुप बाद में वजीहुद्दीन ने डिलीट कर दिया था। एटीएस की पूछताछ में पता चला है कि इस ग्रुप में यूपी, मध्य प्रदेश के अलावा महाराष्ट्र के युवाओं को भी जोड़ा गया था। करीब 80 सदस्य इस ग्रुप से जुड़े थे। ये सभी 25 साल के आसपास आयु वर्ग के हैं। युवकों को बरगलाने या उनका मांइडवॉश करने के लिए इस ग्रुप में जोड़ा जाता था।
सीरिया से मिलता था आदेश
एटीएस ने सभी सातों संदिग्ध आतंकियों के फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है। इन सभी फोन में वजीहुद्दीन द्वारा बनाए गए टेलीग्राम ग्रुप के बारे में कई जानकारियां मिलने की संभावना है। इन ग्रुप में जुड़े सदस्यों की बात इनके सीरिया में बैठे ISIS हैंडलर्स से कराई जाती थी। सीरिया से इन्हें भारत विरोधी गतिविधियों तथा भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के आदेश मिलते थे।